आज दिनांक 23 जुलाई 2025 को हिमाचल प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ (HPUTWA) का एक प्रतिनिधिमंडल संघ के उपाध्यक्ष डॉ. योगराज और कोषाध्यक्ष डॉ. रामलाल के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलसचिव से मिला। इस अवसर पर संघ ने कुलसचिव का पुष्पगुच्छ, मफलर और टोपी पहनाकर स्वागत किया एवं उन्हें शुभकामनाएं दीं। मुलाकात के दौरान संघ ने शिक्षकों से जुड़ी दो प्रमुख मांगें भी रखीं, जिनमें आवास नीति को पारदर्शी बनाने और बंद रेस्टोरेंट को पुनः शुरू करने की मांग प्रमुख रही। पढ़ें पूरी खबर..
शिमला, 23 जुलाई 2025: हिमाचल प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ (HPUTWA) के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज संघ के उपाध्यक्ष डॉ. योगराज एवं कोषाध्यक्ष डॉ. रामलाल के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलसचिव से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर कुलसचिव का स्वागत पुष्पगुच्छ, मफलर एवं टोपी पहनाकर किया गया और उन्हें नई जिम्मेदारी संभालने पर शुभकामनाएँ प्रेषित की गईं।
प्रतिनिधिमंडल ने कुलसचिव महोदय के समक्ष दो प्रमुख मांगों को रखते हुए सकारात्मक कार्रवाई का आग्रह किया। पहली मांग विश्वविद्यालय शिक्षकों के लिए आवास आवंटन व स्थानांतरण प्रक्रिया को पारदर्शी व सुचारू बनाने की थी। संघ ने बताया कि यह मुद्दा पिछले तीन वर्षों से उठाया जा रहा है, परंतु अब तक कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई है। वर्तमान में विश्वविद्यालय में 350 से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं, परंतु उनके लिए नाममात्र ही आवास उपलब्ध हैं। 60-70% प्राध्यापक विश्वविद्यालय की आवास सुविधा से वंचित हैं और उन्हें महंगे निजी किराये के मकानों में रहना पड़ रहा है।

संघ ने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय के पास पर्याप्त भूमि उपलब्ध है, अतः नए भवनों के निर्माण या लीज पर भवन लेकर इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। साथ ही संघ ने यह भी मांग रखी कि आवास आवंटन प्रक्रिया हर वर्ष दो बार संचालित की जाए और जुलाई माह के अंत तक इसे पूरा कर लिया जाए।
दूसरी मांग विश्वविद्यालय परिसर में हाल ही में बंद किए गए रेस्टोरेंट को लेकर थी। संघ ने चिंता व्यक्त करते हुए इसे शीघ्र पुनः शुरू करने की मांग की, ताकि शिक्षकों और कर्मचारियों को भोजन व जलपान की नियमित सुविधा मिल सके।
इस पर कुलसचिव महोदय ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों पर सकारात्मक विचार किया जाएगा और यथासंभव शीघ्र समाधान का प्रयास किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से डॉ. गौरव, डॉ. अनिल, डॉ. दीपक, डा. बी.आर. ठाकुर, डा. ऋतिका शर्मा, डा. जोगिंदर, डा. सुशीला नेगी, डा. अशोक बंसल, डा. अशोक कश्यप, डा. अजय सूद, डा. राजेश शर्मा, डा. श्वेता, डा. धीरज रावत, डा. विक्रांत, डा. मनीष सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।