शिमला: (HD News); सत्र आरम्भ होने से पूर्व हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से राजनीतिक शास्त्र विभाग के 90 छात्र – छात्राओं ने आज पूर्वाह्न 10:15 बजे विधान सभा सचिवालय के गेट नं0 एक पर विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां से मुलाकात की । इस अवसर पर छात्रों ने विधान सभा अध्यक्ष से आज सदन के अन्दर होने वाली कार्यवाही के बारे में पूछा तथा पठानियां ने उन्हें इस बारे अवगत करवाया। पठानियां ने कहा कि आज गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस है तथा आज के लिए स्वीकृत चार संकल्पों पर सदन में चर्चा की जाएगी जिसमें पहला संकल्प प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय डॉ0 यशवन्त सिंह परमार को देश के सर्वोतम नागरिक सम्मान भारत रत्न देने के लिए प्रदेश सरकार से केन्द्र सरकार को सिफारिश भेजने पर चर्चा की जाएगी। उन्होने कहा कि आज के लिए निर्धारित कुल चार संकल्पों पर चर्चा की जाएगी तथा सदन का समय 5:00 बजे तक ही रहेगा।

इस अवसर पर छात्रों को सम्बोधित करते हुए पठानियां ने कहा कि भारत 140 करोड़ लोगों का देश है तथा जनसंख्या की दृष्टि से हम पूरे विश्व में नम्बर एक पर हैं। उन्होने कहा कि आज पूरे विश्व में सबसे ज्यादा युवा हमारे देश में हैं। हमारे देश में लोकतान्त्रिक प्रणाली प्रचलित है तथा इसके संघीय ढाँचे में केन्द्र तथा राज्य शामिल हैं। उन्होने कहा कि युवाओं के कंधों पर ही देश की लोकतान्त्रिक व्यवस्था का भविष्य टिका है। उन्होने कहा कि जिस तरह आज के युवा विशेषकर छात्र – छात्राएँ सदन की कार्यवाही देखने तथा लोकतान्त्रिक प्रणाली की ओर आकर्षित हो रहे हैं यह सुखद है तथा संसदीय प्रणाली का भविष्य उज्जवल नजर आता है।

कौंसिल चैम्बर का जिक्र करते हुए पठानियां ने कहा इस भव्य भवन के निर्माण के कल ही 100 वर्ष पूरे हुए हैं जो कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रहा है। पठानियां ने कहा कि संसदीय प्रणाली की व्यवस्था की देन विठ्ठलभाई पटेल हैं जिन्होने इसी भवन में फ्रेडरिक व्हाईट को चुनौती देकर 2 मतों से विजयी होकर राष्ट्रीय एसैम्बली का प्रथम चेयरमैन होने का गौरव भी हासिल किया था। संवाद के दौरान पठानियां ने कहा कि हमें आजादी हँसते- हँसते नहीं मिली है इसके पीछे हमारे हजारों स्वतंत्रता सैनानियों की कूर्बानियों की कहानी है।
पठानियां ने कहा कि समय परिवर्तनशील है तथा पीढ़ी दर पीढ़ी इसमें बदलाव होता आ रहा है। आज के युवा टैक्नॉलाजी के युग में पैदा हुए है और आगे भी इसमे और ज्यादा परिवर्तन देखने को मिलेगा जिसके फलस्वरूप जीवन ज्यादा सुखमय तथा संघर्ष भी कम होगा। पठानियां ने कहा कि टेक्नॉलाजी का दोहन सुख – समृद्वि तथा विकास के लिए होना चाहिए जिससे हमारा देश दुनियां के साथ आगे बढ़े तथा युवाओं को रोजगार के अवसर मिले जिससे समाज में एकरूपता, शान्ति तथा सदभावना बनी रहे।
पठानियां ने युवाओं का आह्वान किया कि वे अपनी पूरी ताकत के साथ देश को समृद्व तथा शक्तिशाली बनाने में अपना योगदान दें तथा अपनी भागीदारी से संसदीय प्रणाली को मजबुती प्रदान करने का सफल प्रयास करें। उन्होने सभी छात्र – छात्राओं को सदन की कार्यवाही देखने के लिए आमंत्रित किया तथा अपनी शुभकामनाएँ दी।