चंबा में सनसनीखेज मामला: भाजपा विधायक हंसराज के खिलाफ युवती ने लगाए गंभीर आरोप, पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज। पुलिस विधायक के घर पहुंची लेकिन वह नहीं मिले, मोबाइल लगातार बंद। जांच अब हाई अलर्ट पर, गिरफ्तारी की संभावना पर सस्पेंस बरकरार।
चंबा: (HD News); भाजपा विधायक हंसराज के खिलाफ युवती द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। महिला थाना चंबा में बीएनएस और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज होने के बाद शनिवार को पुलिस विधायक के घर पहुंची, लेकिन हंसराज घर पर मौजूद नहीं थे। उनके मोबाइल फोन लगातार स्विच ऑफ आने के कारण पुलिस ने टावर लोकेशन का भी पता लगाने में समय लगाया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामला पुराना है और इसे लेकर ठोस सबूत जुटाना बेहद जरूरी है। शुरुआती जांच में ही यह स्पष्ट हो गया है कि विधायक गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत लेने की कोशिश में जुटे हैं। वहीं, पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए तलब करने की तैयारी शुरू कर दी है। गिरफ्तारी होगी या नहीं, यह जांच में जुटे साक्ष्यों की पुष्टि पर निर्भर करेगा।

पीड़िता का बयान सीडब्ल्यूसी में दर्ज
शनिवार को पीड़िता को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया गया और कमेटी ने उनका बयान दर्ज किया। अधिकारियों ने कहा कि बयान दर्ज होने के बाद अब आगे की कार्रवाई और भी सटीक होगी।
अदालत के आदेश पर दर्ज हुआ केस
युवती ने शुक्रवार को महिला थाना चंबा में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले को अदालत में पेश किया, जहां जज ने पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज करने का आदेश दिया। इस मामले में युवती ने विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनकी सत्यता की जांच अब पुलिस कर रही है।
गिरफ्तारी और विधानसभा नियम
जानकारों के अनुसार, यदि विधायक की गिरफ्तारी होती है तो विधानसभा अध्यक्ष को इसकी जानकारी देना अनिवार्य है। हालांकि, पूर्व अनुमति केवल तब जरूरी होती है जब विधायक विधानसभा परिसर में मौजूद हों। इसका मतलब यह है कि पुलिस सीधे गिरफ्तारी कर सकती है, बशर्ते विधायक परिसर में न हों।

जांच की सख्ती और सबूत जुटाने की प्रक्रिया
पुलिस ने पूरे मामले में साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। टावर लोकेशन, मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और अन्य डिजिटल सबूतों की पड़ताल की जा रही है। साथ ही, पीड़िता का बयान रिकॉर्डिंग और वीडियोग्राफी के जरिए सुरक्षित किया गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में सबूत जुटाने में समय लगता है और गिरफ्तारी या आरोप तय होने से पहले पुलिस हर पहलू की जांच करती है।
भाजपा विधायक हंसराज के खिलाफ युवती के गंभीर आरोप और पॉक्सो एक्ट में दर्ज केस ने मामले को हाई-प्रोफाइल बना दिया है। पुलिस की जांच अब तेज़ी से जारी है और विधायक की गिरफ्तारी या पूछताछ की प्रक्रिया अगले कुछ दिनों में स्पष्ट हो सकती है। पीड़िता के बयान और जुटाए जा रहे साक्ष्यों के आधार पर ही आगे की कानूनी कार्रवाई तय होगी। इस मामले पर पुलिस, अदालत और राजनीतिक गलियारों की निगाहें टिकी हुई हैं, और पूरे चंबा में इसका व्यापक असर महसूस किया जा रहा है।
डिस्क्लेमर: उपरोक्त समाचार पुलिस, अदालत और संबंधित सूत्रों पर आधारित है। मामले की जांच अभी जारी है और आरोपों की सत्यता पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट होगी। किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले आधिकारिक बयान और जांच रिपोर्ट का इंतजार करना आवश्यक है।