हिमाचल प्रदेश में कैंसर उपचार का स्तर तेजी से बदल रहा है। IGMC शिमला के कैंसर सर्जरी विभाग में लगातार हो रहे जटिल और सफल ऑपरेशनों ने प्रदेश के मरीजों के लिए नई उम्मीद पैदा की है। जिन मामलों को पहले सीधे AIIMS दिल्ली या PGI चंडीगढ़ रेफर किया जाता था, अब वही सर्जरी IGMC में सुरक्षित और सफलतापूर्वक की जा रही है। यह उपलब्धि न केवल अस्पताल की क्षमता को सिद्ध करती है, बल्कि हिमाचली मरीजों को बड़े शहरों की दौड़-भाग, खर्च और मानसिक तनाव से भी राहत देती है। पढ़ें पूरी खबर..
शिमला: (HD News); किन्नौर के 75 वर्षीय बुज़ुर्ग के लिवर और किडनी में एक साथ कैंसर होने के बाद IGMC शिमला की टीम ने चिकित्सा जगत में दुर्लभ उपलब्धि दर्ज की है। फुटबॉल आकार के करीब 3 किलो वज़नी ट्यूमर ने मरीज की हालत को बेहद जटिल बना दिया था। उम्र अधिक होने के साथ-साथ उन्हें सांस लेने में दिक्कत और हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर समस्याएँ थीं, जिसके कारण सर्जरी का जोखिम कई गुना बढ़ गया था। लेकिन बीमारी का उपचार केवल ऑपरेशन से ही संभव था, इसलिए IGMC की विशेषज्ञ टीम ने चुनौती स्वीकार करते हुए एक ही समय में लिवर के बाएं हिस्से (Left Hepatectomy) और दाईं किडनी (Right Radical Nephrectomy) की सर्जरी करने का कठिन निर्णय लिया।

करीब 6 - 7 घंटे चले इस मैराथन ऑपरेशन में सर्जरी टीम ने बेहद सावधानी और कुशलता के साथ दोनों अंगों के कैंसरग्रस्त हिस्सों को हटाया। यह ऑपरेशन न केवल तकनीकी रूप से अत्यंत कठिन था, बल्कि मरीज की उम्र, उनकी कमजोर शारीरिक स्थिति और दोनों प्रमुख अंगों की जटिल संरचना के कारण यह चिकित्सा विज्ञान के सबसे चुनौतीपूर्ण मामलों में से एक माना जाता है। इसके बावजूद IGMC के डॉक्टरों ने कर दिखाया - मरीज की हालत स्थिर रही और वह मात्र 10वें दिन पूरी तरह स्वस्थ होकर घर भेज दिया गया।
दुर्लभता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक ही मरीज में दो प्राथमिक कैंसर केवल 2 - 3 प्रतिशत मामलों में पाए जाते हैं, और इनका एक साथ ऑपरेशन करना बड़े मेडिकल संस्थानों में भी एक असाधारण उपलब्धि माना जाता है। AIIMS दिल्ली से सुपर-स्पेशलाइजेशन कर चुके डॉ. रश्मपाल ठाकुर और उनकी टीम ने यह सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी कर IGMC शिमला को प्रदेश ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी स्थापित कर दिया है। IGMC के कैंसर सर्जरी विभाग की लगातार सफलता यह साबित कर रही है कि अब हिमाचल के मरीजों को बड़े ऑपरेशन के लिए AIIMS या PGI जाने की आवश्यकता पहले से कहीं कम हो गई है। यहां की टीम किसी भी जटिल ऑपरेशन को संभालने में सक्षम और सशक्त है।

IGMC शिमला की कैंसर सर्जरी टीम अब देश के शीर्ष संस्थानों की बराबरी करते हुए हर प्रकार की जटिल सर्जरी करने में सक्षम हो चुकी है। प्रदेश के मरीजों को अब अत्याधुनिक उपचार के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ती। लगातार सफल ऑपरेशनों ने यह साबित कर दिया है कि हिमाचल में ही विश्वस्तरीय कैंसर सर्जरी सुविधाएँ उपलब्ध हैं - सुरक्षित, भरोसेमंद और विशेषज्ञ देखरेख में। IGMC की यह उन्नति पूरे प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को नई दिशा दे रही है।
