हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले का जवाली उपमंडल एक हृदयविदारक और खौफनाक घटना का गवाह बना है। यहाँ इंसान की क्रूरता ने बेजुबान जानवरों के प्रति सारी हदें पार कर दी हैं। पुलिस थाना जवाली के तहत आने वाली पंचायत पनालथ के देहरी गांव में 'लड्डू' के आकार में मौत का सामान (विस्फोटक) बरामद हुआ है। भूख मिटाने के लिए जैसे ही गायों ने इन 'मौत के गोलों' को मुंह लगाया, एक जोरदार धमाका हुआ और तीन गौवंश के जबड़े शरीर से अलग हो गए। इस घटना ने न केवल इंसानियत को शर्मसार किया है, बल्कि पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया है। पढ़ें विस्तार से..
कांगड़ा: (HD News); हिमाचल प्रदेश के जवाली उपमंडल में क्रूरता की सारी हदें पार कर देने वाला एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। पुलिस थाना जवाली के अंतर्गत आने वाली पंचायत पनालथ के देहरी गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब वहां विस्फोटक सामग्री फटने से तीन बेजुबान गायों के जबड़े उड़ गए। शांत माने जाने वाले इस इलाके में बारूद की गंध और लहुलूहान पशुओं को देख हर कोई सन्न रह गया है - "इसे महज एक संयोग या हादसा कहना गलत होगा; यह बेजुबानों को मौत के घाट उतारने के लिए रची गई एक घिनौनी और सोची-समझी साजिश है। 'लड्डू' की शक्ल में छिपाए गए इस बारूद ने न केवल तीन गायों को जिंदगी भर का दर्द दिया है, बल्कि इस खौफनाक करतूत ने पूरे क्षेत्र की रूह कंपा दी है।"

खौफनाक मंजर और 'मौत के लड्डू'
मौके पर जो मिला, उसने ग्रामीणों के होश उड़ा दिए। अपराधियों ने विस्फोटकों को छिपाने के लिए उन्हें 'लड्डू' का आकार दिया था। हाथ से बने इन गोलों को एक पुराने जर्जर मकान में छिपाकर रखा गया था। जैसे ही बेजुबान जानवर चारे की तलाश में इन गोलों के संपर्क में आए, जोरदार धमाका हुआ। धमाका इतना भीषण था कि गायों के जबड़े पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो गए। जिस तरह से खाद्य पदार्थ के आकार में मौत का सामान तैयार किया गया था, वह समाज में पनप रही विकृत मानसिकता को दर्शाता है।

सांकेतिक तस्वीर
प्रधान का बयान और सिलसिलेवार धमाके
घटना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह हादसा पहली बार नहीं हुआ। ग्राम पंचायत पनालथ के प्रधान रमेश चंद ने बताया कि दहशत का यह खेल पिछले कुछ दिनों से जारी है। दो दिन पहले भी रहस्यमयी परिस्थितियों में एक गाय का जबड़ा उड़ गया था, लेकिन तब वजह साफ नहीं हो पाई थी। अब फिर से हुए धमाके के बाद जब ग्रामीणों ने मौके की तलाशी ली, तो जर्जर मकान के अंदर से वही हाथ से बने हुए 'लड्डू नुमा' बम बरामद हुए, जिसने पूरे गांव को सकते में डाल दिया है।

पुलिस एक्शन और कार्यवाही
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन तुरंत हरकत में आया। जवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विस्फोटक सामग्री को जब्त कर लिया है और इलाके की घेराबंदी कर दी है। एसपी नूरपुर कुलभूषण वर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए कड़े शब्दों में कहा कि पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जर्जर मकान में इस तरह के घातक हथियार किसने और क्यों जमा किए थे, पुलिस इसकी तह तक जाने के लिए सघन जांच कर रही है।
दहशत का माहौल और सवाल
इस घटना के बाद से देहरी और आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। लोग अपने घरों से निकलने और पशुओं को खुला छोड़ने से भी कतरा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि आज इन विस्फोटकों का शिकार बेजुबान जानवर बने हैं, लेकिन अगर कोई बच्चा या इंसान इनके संपर्क में आ जाता, तो परिणाम और भी भयानक हो सकते थे। अब देखना यह होगा कि पुलिस कब तक इन 'मौत के सौदागरों' को सलाखों के पीछे पहुंचाती है।

डिस्क्लेमर: इस खबर में प्रयोग की गई कुछ तस्वीरें सांकेतिक (Symbolic/AI Generated) हैं, जिनका उद्देश्य केवल घटना की गंभीरता को दर्शाना है। पाठकों की भावनाओं का सम्मान करते हुए, घटनास्थल की वास्तविक और वीभत्स तस्वीर को संपादकीय नीतियों के तहत धुंधला (Blur) कर दिया गया है।