"देवभूमि शिमला की शांत वादियों के बीच कुफ़्टाधार कल एक ऐतिहासिक सांस्कृतिक चेतना का साक्षी बनने जा रहा है। 'धर्मो रक्षति रक्षितः' के मूल मंत्र और प्रभु श्रीराम के आदर्शों को समर्पित 'विशाल हिंदू संस्कृति समागम' के लिए कम्युनिटी हॉल का मंच पूरी तरह सज चुका है। रविवार, 14 दिसंबर की दोपहर होने वाले इस भव्य आयोजन से पूर्व, आज घर-घर चले संपर्क अभियान ने पूरे क्षेत्र को एक सूत्र में पिरो दिया है, जिससे कल उमड़ने वाले जनसैलाब और सामाजिक एकजुटता की आहट अभी से सुनाई देने लगी है।" पढ़ें पूरी खबर.
शिमला: (HD News); राजधानी शिमला के कुफ़्टाधार और भराड़ी क्षेत्र में धार्मिक चेतना का संचार करने के उद्देश्य से कल यानी रविवार, 14 दिसंबर 2025 को 'विशाल हिंदू संस्कृति समागम' का भव्य आयोजन किया जा रहा है। कुफ़्टाधार स्थित कम्युनिटी हॉल में दोपहर 3:00 बजे से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर आयोजक समिति ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। प्रभु श्रीराम के आदर्शों को समर्पित इस आयोजन को लेकर स्थानीय निवासियों और विशेषकर युवाओं में भारी उत्साह का वातावरण है।

इस समागम की भव्यता और जन-जन की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आज क्षेत्र में एक व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया गया। 'हिंदू संस्कृति समागम समिति, कुफ़्टाधार-भराड़ी' के कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर स्थानीय निवासियों से व्यक्तिगत संपर्क साधा। उन्होंने प्रत्येक परिवार को पीले चावल और निमंत्रण पत्र देकर आग्रह किया कि वे इस सांस्कृतिक महायज्ञ में सपरिवार अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। जनसंपर्क के दौरान लोगों को कार्यक्रम के महत्व और समाज संगठन की आवश्यकता के बारे में भी जागरूक किया गया।
कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में जानकारी देते हुए जगन्नाथ कनेन ने बताया कि समागम का मूल मंत्र 'धर्मो रक्षति रक्षितः' रखा गया है, जो धर्म और संस्कृति के रक्षण का संदेश देता है। दोपहर 3 बजे से कम्युनिटी हॉल में विचार सत्र और सांस्कृतिक चर्चा शुरू होगी, जिसमें हिंदू संस्कृति, सामाजिक समरसता और राष्ट्र निर्माण में समाज की भूमिका जैसे विषयों पर प्रकाश डाला जाएगा। पोस्टर पर प्रभु श्रीराम की छवि के माध्यम से रामराज्य के उच्च आदर्शों को अपनाने का संदेश भी दिया गया है।

समिति ने कार्यक्रम में आने वाले सभी श्रद्धालुओं और अतिथियों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा है। मुख्य कार्यक्रम और विचार-विमर्श के समापन के पश्चात सभी आगंतुकों के लिए जल-पान की व्यवस्था रहेगी। जिस प्रकार आज जनसंपर्क अभियान में लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, उसे देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कल कुफ़्टाधार के कम्युनिटी हॉल में क्षेत्र के लोगों का एक विशाल जनसमूह उमड़ेगा।
घर-घर जाकर किए गए जनसंपर्क से कुफ़्टाधार बस्ती में हिंदू सम्मेलन को लेकर उत्साह और जागरूकता बढ़ी है। आयोजकों को उम्मीद है कि 14 तारीख को बड़ी संख्या में लोग सम्मेलन में पहुंचकर सामाजिक एकता और सांस्कृतिक संवाद को मज़बूत करेंगे।
