"सफेद मखमली बर्फ, पहाड़ों की ठंडी हवाएं और नए साल का जश्न! क्या आप भी इस बार 'व्हाइट न्यू ईयर' का सपना देख रहे हैं? तो अपनी तैयारी पूरी कर लीजिए, क्योंकि देवभूमि हिमाचल इस बार पर्यटकों को साल का सबसे हसीन तोहफा देने जा रही है। मौसम विभाग की ताजा चेतावनी ने सैलानियों के उत्साह को दोगुना कर दिया है। आज की इस विशेष रिपोर्ट में मैं, ओम प्रकाश ठाकुर, आपको बताऊंगा कि 31 दिसंबर को हिमाचल के कौन से पहाड़ बर्फ की चादर ओढ़ने वाले हैं।" देखें पूरी खबर..
शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश में नए साल का जश्न मनाने की हसरत रखने वाले पर्यटकों के लिए प्रकृति ने अपना खजाना खोल दिया है। पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और दिल्ली समेत देशभर के अलग-अलग राज्यों से पहाड़ों की ओर रुख कर रहे सैलानियों के लिए इस बार 'न्यू ईयर सेलिब्रेशन' बेहद खास होने वाला है। मौसम विभाग के ताजा अनुमान ने पर्यटन व्यवसायियों और पर्यटकों, दोनों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है, क्योंकि इस बार पहाड़ों की रानी शिमला सहित प्रदेश के तमाम प्रमुख पर्यटन स्थल बर्फ की सफेद चादर में लिपटे नजर आएंगे।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी: सक्रिय होगा पश्चिमी विक्षोभ-
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. संदीप शर्मा के अनुसार, प्रदेश के मौसम में यह बड़ा बदलाव एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण आ रहा है। यह सिस्टम 30 दिसंबर से राज्य में पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 30 दिसंबर की देर रात से ही ऊंचे इलाकों में मौसम करवट बदलेगा और 31 दिसंबर को पूरे प्रदेश के मध्यम और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में भारी हिमपात (Heavy Snowfall) होने की प्रबल संभावना है।

इन पर्यटन स्थलों पर दिखेगा कुदरत का करिश्मा -
डॉ. शर्मा ने स्पष्ट किया है कि इस बार बर्फबारी का असर केवल ऊंचाई वाले दर्रों तक सीमित नहीं रहेगा। शिमला, कुल्लू-मनाली, लाहौल-स्पीति, चंबा (डलहौजी-खजियार), किन्नौर और कांगड़ा के ऊपरी इलाकों में नए साल की पूर्व संध्या पर जोरदार बर्फबारी होगी। इसके अलावा, कुफरी, नारकंडा और अटल टनल जैसे लोकप्रिय स्थलों पर पर्यटकों को ताजी बर्फ के दीदार होंगे। निचले और मैदानी इलाकों में बारिश के साथ कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है, जिससे पूरा प्रदेश शीत लहर की चपेट में रहेगा।
ट्रैफिक और प्रशासन की चुनौतियां -
सैलानियों की भारी आमद और बर्फबारी के चलते ट्रैफिक जाम एक बड़ी चुनौती बन सकता है। शिमला पुलिस ने 'वन मिनट ट्रैफिक प्लान' लागू किया है ताकि शहर के भीतर जाम न लगे। बाहरी राज्यों से आने वाले चालकों को सलाह दी गई है कि वे बर्फ पर गाड़ी चलाने का अनुभव न होने की स्थिति में रात के समय सफर न करें। पाला गिरने (Black Ice) के कारण सड़कें बेहद फिसलन भरी हो जाती हैं। प्रशासन ने संवेदनशील रूटों पर जेसीबी और स्नो कटर मशीनों को तैनात कर दिया है ताकि बर्फबारी के तुरंत बाद सड़कों को खोला जा सके।
डिस्क्लेमर: "यह रिपोर्ट मौसम विभाग (IMD) द्वारा जारी वर्तमान पूर्वानुमानों पर आधारित है। मौसम की स्थितियां प्राकृतिक कारणों से किसी भी समय बदल सकती हैं। पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा शुरू करने से पहले स्थानीय प्रशासन के आधिकारिक ट्रैफिक अपडेट और मौसम की ताजा जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें। फिसलन भरी सड़कों और अत्यधिक ठंड के कारण सावधानी बरतें। यह समाचार जानकारी के उद्देश्य से साझा किया गया है।"
