आज का राशिफल : शनिवार, 07 जून 2025 ; निर्जला एकादशी एवं शनि देव के विशेष दिन पर जानिए सभी 12 राशियों का राशिफल..       आज का पंचांग | 07 जून 2025, (शनिवार); जानिए आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय..       शिमला पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया भव्य स्वागत, कल सोलन के नौणी विश्वविद्यालय में होगा संवाद कार्यक्रम, पढ़ें पूरी खबर..       सोलन फोरलेन पर भीषण हादसा: सरिए से लदा ट्रोला पलटा, दूसरी लेन में घुसा; दो ट्रक चालकों सहित चार घायल       अर्की के शालाघाट क्षेत्र में दोहरा डंगा के समीप ट्रक हुआ दुर्घटनाग्रस्त, चालक सुरक्षित, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल: 06 जून 2025; शुक्रवार को इन 5 राशियों को मिलेगा राजयोग का लाभ, धन के साथ कार्यक्षेत्र में पाएंगे ग्रोथ, पढ़ें मेष से मीन तक का राशिफल..       हमीरपुर: शादी समारोह में जा रही कार दुर्घटनाग्रस्त, बिलासपुर के चार लोग गंभीर रूप से घायल, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफ़ल: 5 June 2025 (गुरुवार); इन 3 राशि वालों को मिल सकती है कोई अच्छी खबर, पढ़ें मेष से मीन तक का दैनिक राशिफल       कुनिहार में दर्दनाक हादसा: अनियंत्रित कार मकान की छत पर गिरी, डॉक्टर की मौके पर मौत, पढ़ें पूरी खबर..       हिमाचल में कोविड को लेकर अलर्ट जारी: IGMC में 150 ऑक्सीजन बेड तैयार, अस्पतालों में मास्क अनिवार्य, पढ़ें पूरी खबर..      

स्वास्थ्य

खुशखबरी: आखिरकार आ गई कोरोना की दवा, कीमत भी जान लीजिए

June 23, 2020 07:29 AM

नई दिल्‍ली: दवा कंपनी ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने कोविड-19 से मामूली रूप से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए एंटीवायरल दवा फेविपिराविर को फैबिफ्लू ब्रांड नाम से पेश किया है. इसकी कीमत 103 रुपये प्रति टैबलेट होगी. ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि यह दवा 200 एमजी के टैबलेट में उपलब्ध होगी. इसके 34 टैबलेट के पत्ते की कीमत 3, 500 रुपये होगी.

कंपनी ने कहा कि फैबिफ्लू कोविड-19 के इलाज के लिए फेविपिराविर दवा है, जिसे मंजूरी मिली है. यह दवा चिकित्सक की सलाह पर 103 रुपये प्रति टैबलेट के दाम पर मिलेगी. पहले दिन इसकी 1800 एमजी की दो खुराक लेनी होगी. उसके बाद 14 दिन तक 800 एमजी की दो खुराक लेनी होगी.

इस दवा की विनिर्माण क्षमता के बारे में पूछे जाने पर कंपनी ने कहा कि प्रति मरीज न्यूनतम दो पत्ते की जरूरत के हिसाब से पहले महीने में ही वह 82, 500 मरीजों के लिए फैबिफ्लू उपलब्ध करा पाएगी. ‘‘हमारी स्थिति पर निगाह है और स्थिति के अनुसार कंपनी देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के हिसाब से उत्पादन बढ़ाएगी.

कंपनी इस दवा के लिए एक्टिव फार्मास्युटिकल इन्ग्रिडिएंट (एपीआई) का उत्पादन अपने अंकलेश्वर संयंत्र में कर रही है. फार्मूलेशन का उत्पादन हिमाचल प्रदेश के बद्दी संयंत्र में किया जा रहा है. यह दवा अस्पतालों के अलावा खुदरा चैनलों के जरिये भी उपलब्ध होगी.

यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी इस दवा की आपूर्ति के लिए अस्पतालों के साथ गठजोड़ पर भी विचार कर रही है, ग्लेनमार्क फार्मा ने कहा कि अभी हमारी प्राथमिकता फैबिफ्लू का विनिर्माण है जिससे इसे मरीजों तक पहुंचाया जा सके. ग्लेनमार्क निश्चित रूप से निजी और सरकारी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को समर्थन पर विचार करेगी. समय और जरूरत के हिसाब से वह अन्य उचित विकल्पों पर भी विचार करेगी.

सरकार से मिली अनुमति: मुंबई की कंपनी ने शुक्रवार को कहा था कि उसे भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) से इस दवा के विनिर्माण और विपणन की अनुमति मिल गई है. ग्लेनमार्क फार्मास्युटिल्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ग्लेन सल्दान्हा ने कहा, ‘‘यह मंजूरी ऐसे समय मिली है जबकि भारत में कोरोना वायरस के मामले पहले की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ रहे हैं. इससे हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली काफी दबाव में है.’’

उन्होंने उम्मीद जताई कि फैबिफ्लू जैसे प्रभावी इलाज की उपलब्धता से इस दबाव को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी.

सल्दान्हा ने कहा कि क्लिनिकल परीक्षणों में फैबिफ्लू ने कोरोना वायरस के हल्के संक्रमण से पीड़ित मरीजों पर काफी अच्छे नतीजे दिखाए. उन्होंने कहा कि इसके अलावा यह खाने वाली दवा है जो इलाज का एक सुविधाजनक विकल्प है. उन्होंने कहा कि कंपनी सरकार और चिकित्सा समुदाय के साथ मिलकर काम करेगी ताकि देशभर में मरीजों को यह दवा आसानी से उपलब्ध हो सके.

कंपनी ने कहा कि उसकी आंतरिक शोध एवं विकास टीम ने सफलतापूर्वक इसका एक्टिव फार्मास्युटिकल इन्ग्रिडिएंट (एपीआई) और फार्मूलेशन विकसित किया है.

ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स के अध्यक्ष भारतीय फार्मूलेशंस, पश्चिम एशिया और अफ्रीका सुजेश वासुदेवन ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने फेविपिराविर पर इसलिए काम करने का फैसला किया क्योकि इसे सार्स सीओवी2 वायरस पर प्रभावी पाया गया है. यह वायरस ही कोविड-19 महामारी की वजह है.

ग्लेनमार्क फार्मा ने कहा कि मामूली संक्रमण वाले ऐसे मरीज जो मधुमेह या दिल की बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें भी यह दवा दी जा सकती है. सल्दान्हा ने कहा कि यह खाने की दवाई है. ऐसे में जब अस्पताल के ढांचे पर दबाव हो, तो यह काफी लाभकारी साबित हो सकती है.

विज्ञापन

Have something to say? Post your comment

स्वास्थ्य में और

आहार के नियम : भारतीय 12 महीनों अनुसार..

कैसे खोल सकते हैं प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र, कितनी होगी कमाई; प्रोसेस के साथ जानिए पूरी डिटेल

अब महंगी दवाइयाँ मिलेंगी आधे से भी कम दाम में, जन औषधि सुगम मोबाइल एप से बचाएँ हजारों रुपए, जानिए कैसे लगेगी दवाई माफियाओं की लूट पर लगाम, पढ़ें विस्तार से..

World Breastfeeding Week : विश्व स्तनपान सप्ताह का इतिहास और महत्व, पढ़े विस्तार से.

शुगर बढ़ गई है ? तो तुरंत जानिए कम करने के यह घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगा फायदा, नहीं बढ़ेगा ब्लड शुगर लेवल..

इम्युनिटी बढ़ाने के लिए ज्यादा हल्दी खाने से भी हो सकता है नुकसान, हो सकती है ये बीमारी, पेट मे जलन के साथ हो सकते हैं ये ढेर सारे नुकसान..

महामारी से बचना है तो रखें अपना ख्याल : वायरस से बचने के लिए इन 5 घरेलू उपायों को जरूर अपनाएं

बुखार को कम करने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय, आसानी से कम हो जाएगा शरीर का तापमान

अपच और कब्ज की समस्या में फायदेमंद है यह फल, रोजाना सेवन से मिलेंगे कई लाभ

हींग के हैं गजब के फायदे, दांत दर्द से लेकर ब्लड प्रेशर में आ सकती है काम