18 पुराणों में से एक गरुड़ पुराण के आचारकांड में नीतिसार नाम का अध्याय है। इस अध्याय में जीवन को सुखी और सफल बनाने की नीतियां बताई गई हैं। जो लोग इन नीतियों का पालन करते हैं, उनके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस पुराण में कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं, जिनकी मदद से हम कई समस्याओं को दूर कर सकते हैं।
हर परिस्थिति में धैर्य बनाए रखें
किसी भी काम में स्थाई सफलता तभी मिलती है, जब अंतिम समय तक धैर्य का दामन थामे रहते हैं। जिस पल धैर्य छोड़कर जल्दबाजी करते हैं, उसी पल से असफल होने की संभावनाएं बढ़ने लगती हैं। परिस्थितियां अच्छी हों या बुरी, हमेशा धैर्य बनाए रखें।
क्रोध को नियंत्रित करना
क्रोध की वजह से सोचने-समझने की क्षमता को नुकसान पहुंचाता है। क्रोधी व्यक्ति के जीवन में और घर में शांति नहीं हो सकती है। जहां अशांति होती है, वहां दरिद्रता का वास होता है। क्रोध को काबू करने के लिए मंत्र जाप और ध्यान करना चाहिए। क्रोध काबू करने से बिगड़ते काम भी सुधारे जा सकते हैं।
विचारों की और शरीर की पवित्रता का ध्यान रखें
हमें कभी भी दूसरों के लिए बुरा नहीं सोचना चाहिए। विचारों की पवित्रता बनाए रखनी चाहिए। जो लोग मन और शरीर की पवित्रता बनाए रखते हैं, उन्हें देवी-देवताओं की भी कृपा मिलती है। मन की पवित्रता अच्छे विचारों से होती है और शरीर की पवित्रता साफ-सफाई से होती है।
जरूरतमंद लोगों की मदद करें
गरीब और जरुरतमंद लोगों के प्रति दया का भाव रखना चाहिए। समय-समय पर ऐसे लोगों की अपने सामर्थ्य के अनुसार मदद करते रहना चाहिए। दान करने वाले व्यक्ति पर भगवान की विशेष कृपा रहती है।
सभी से मीठे वचन बोलें
घर-परिवार हो या समाज, हमें मीठे वचनों यानी वाणी का उपयोग करना चाहिए। जाने-अनजाने में भी ऐसे शब्दों का उपयोग न करें, जिनसे किसी के मन को ठेस पहुंचती है।