ब्रेक फेल होने से दुर्घटनाग्रस्त हुई शिमला-शीलघाट बस, चालक की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल : 16 May 2025: इन पांच राशि वालों को मिल सकती है कोई अच्छी खबर, मिलेगा भाग्य का भरपूर साथ, पढ़ें आज का राशिफल..       चांदी के कड़ों के लिए माँ की चिता पर लेटा बेटा, बोला – "पहले बंटवारा, फिर संस्कार" : जानिए क्या है पूरा मामला..       शिमला में दिल दहला देने वाली वारदात: पत्नी की हत्या कर शव जलाने की कोशिश, आरोपी पति गिरफ्तार, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल: 15 मई 2025; गजकेसरी योग से लाभ पाएंगे वृषभ, मिथुन और वृश्चिक राशि के जातक, जानें अपना आज का भविष्यफल       अमर्यादित टिप्पणी करने वाले मंत्री पर चला न्याय का डंडा: जबलपुर हाईकोर्ट का बड़ा आदेश — तत्काल FIR दर्ज करो, वरना होगी अवमानना की कार्रवाई ! पढ़ें पूरी खबर..       वन्य प्राणी विंग शिमला से धर्मशाला शिफ्ट: नोटिफिकेशन जारी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक समेत 28 कर्मचारियों का तबादला, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफल : 14 मई 2025; मिथुन, कन्या और तुला सहित कई राशियों को शुभ योग से लाभ, जानें अपना आज का भविष्यफल       आज ज्येष्ठ का पहला बड़ा मंगल: जब संकटमोचन ने पहली बार प्रभु राम के दर्शन किए, ज्येष्ठ में पहली बार हुआ था राम-हनुमान मिलन..       CBSE Results 2025 Out: सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट घोषित, 88.39 फीसदी बच्चे हुए पास, पढ़ें पूरी ख़बर..      

धार्मिक स्थान

जानिए नवरात्रि में कलश स्थापना का क्या है शुभ मुहूर्त? इन बातों का रखें ध्यान

October 15, 2020 07:58 AM

शारदीय नवरात्रि की इस बार कई खास बातें हैं. यह आश्विन शुक्ल पक्ष की शारदीय नवरात्रि को शक्ति प्राप्त करने की नवरात्रि कहा जाता है। इस बार यह नवरात्रि 17 अक्टूबर से आरम्भ हो रही है और इसका समापन 24 अक्टूबर को होगा। शारदीय नवरात्र इस साल 8 दिन के ही होंगे। इसके बाद 25 अक्टूबर को दशहरा यानी विजय दशमी मनाई जाएगी।

कलश स्थापना का मुहूर्त

कलश की स्थापना आश्विन शुक्ल प्रतिपदा को की जाती है। इस बार प्रतिपदा रात्रि 09.08 तक रहेगी। कलश की स्थापनाय रात्रि 09.08 के पूर्व की जाएगी। इसके चार शुभ मुहूर्त होंगे। सुबह 07.30 से 09.00 तक। दोपहर 01.30 से 03.00 तक. दोपहर 03.00 से 04.30 तक और शाम को 06.00 से 07.30 तक।

कलश की स्थापना कैसे करें?

कलश स्थापना के लिए सबसे पहले पूजा स्थल को शुद्ध कर लेना चाहिए। एक लकड़ी का पटरा रखकर उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। इस कपड़े पर थोड़े चावल रखने चाहिए। चावल रखते हुए सबसे पहले गणेश जी का स्मरण करना चाहिए। एक मिट्टी के पात्र में जौ बोना चाहिए। इस पात्र पर जल से भरा हुआ कलश स्थापित करें। कलश पर रोली से स्वस्तिक या ऊं बनाना चाहिए। इसके मुख पर रक्षा सूत्र बांधें। फिर इसमें सुपारी, सिक्का डालकर आम या अशोक के पत्ते रखने चाहिए।

कलश के मुख को ढक्कन से ढकें। ढक्कन को चावल से भरकर रखें। एक नारियल लें और उस पर चुनरी लपेटकर रक्षा सूत्र से बांधें। इस नारियल को कलश के ढक्कन पर रखते हुए सभी देवताओं का आवाहन करना चाहिए।

अंत में दीप जलाकर कलश की पूजा करनी चाहिए। कलश पर फूल और मिठाइयां चढ़ाएं। नवरात्र में देवी पूजा के लिए जो कलश स्थापित किया जाता है वह सोना, चांदी, तांबा, पीतल या मिट्टी का ही होना चाहिए।

नवरात्रि के व्रत में इन बातों का रखें ध्यान

नवरात्रि में नौ दिन भी व्रत रख सकते हैं और दो दिन भी। जो लोग नौ दिन व्रत रखेंगे वो लोग दशमी को पारायण करेंगे और जो लोग प्रतिपदा और अष्टमी को व्रत रखेंगे वो लोग नवमी को पारायण करेंगे। व्रत के दौरान जल और फल का सेवन करें।

Have something to say? Post your comment

धार्मिक स्थान में और

गुप्त नवरात्रि 2025: आज से शुरू हो रही है माघ गुप्त नवरात्रि, नोट कर लीजिए पूजन सामग्री लिस्ट और कलश स्थापना मुहूर्त

माता के दरबार में चढ़ा 28 क्विंटल मक्खन, मिटेंगे बड़े-बड़े रोग

शिमला के कालीबाड़ी मन्दिर में धूमधाम से मनाया गया दुर्गापूजा, महिलाओं ने खेली सिंदूर की होली

7 अक्टूबर से शुरू हो रही शारदीय नवरात्रि, जानें- कलश स्थापना का मुहूर्त, पूजा विधि और सभी जरूरी बातें, पढ़े विस्तार से..

बगलामुखी मंदिर बनखंडी में दी जाए हवन करवाने की अनुमति, पुजारी वर्ग ने सौंपा ज्ञापन, पढ़े पूरी खबर

हनुमान मन्दिर में किया गया विशाल भण्डारे का आयोजन, भक्तों का लगा तांता

हनुमान मंदिर में कल भंडारे का आयोजन, आप सभी सादर आमंत्रित..

पर्स में जरूर रखनी चाहिए ये 5 चीजें, कभी नहीं रहेगी जेब खाली

अयोध्या में शुरू हुआ राम मंदिर निर्माण

जन्माष्टमी के दिन घर लायें ये चीजें कभी नही होगी धन की कमी