हमीरपुर: कोविड केयर अस्पताल हमीरपुर में ऑक्सीजन युक्त वेंटिलेटर न मिलने से कोरोना संक्रमित भाजपा नेता राकेश शर्मा की मौत हो गई। वह वर्तमान में प्रदेश भाजपा व्यापार कल्याण बोर्ड के सदस्य और मक्कड़ पंचायत के प्रधान थे। मेडिकल कॉलेज में कोरोना काल में ऐसी अव्यवस्था सामने आई कि यहां वेंटिलेटर तो हैं, लेकिन अस्पताल का अपना ऑक्सीजन प्लांट अब तक शुरू नहीं हो पाया, जिससे मरीजों की जान पर बन रही है।
करीब पांच दिन पहले कोरोना होने पर राकेश ने खुद को होम आइसोलेट कर लिया, लेकिन शनिवार दोपहर तबीयत बिगडने पर परिजन ने उन्हें कोविड केयर सेंटर हमीरपुर ले आए। यहां ऑक्सीजन पर रखा, लेकिन शाम तक उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई और उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी। चिकित्सकों ने बताया कि हमीरपुर में 15 से अधिक वेंटिलेटर हैं, लेकिन अपना ऑक्सीजन प्लांट न होने के चलते यह काम नहीं कर सकते। इसके बाद उन्हें वहां से ले जाने के लिए चंडीगढ़ के तमाम निजी अस्पतालों से संपर्क किया, लेकिन कहीं भी बेड खाली नहीं मिले।
आखिर में फिरोजपुर में एक अस्पताल से संपर्क कर एंबुलेंस और डॉक्टर बुलाए, जो ऊना के आसपास पहुंच थे। मरीज को अभी शिफ्ट करने की तैयारियां चल ही रही थीं कि शनिवार रात करीब दस बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। कार्यकारी चिकित्सा अधीक्षक मेडिकल कॉलेज हमीरपुर डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि राकेश शर्मा को जब अस्पताल लाया गया तो उनकी तबीयत ज्यादा खराब थी। उन्हें ऑक्सीजन भी दी गई। वेंटिलेटर के लिए ऑक्सीजन का फ्लो तेज चाहिए होता है, जो कि ऑक्सीजन प्लांट से सीधा पाइपलाइन से जुड़ता है। हमीरपुर में ऑक्सीजन प्लांट अभी तक चालू नहीं हुआ है।
ऑक्सीजन प्लांट का कार्य अंतिम चरण में है। वेंटिलेटर स्थापित करने के लिए अस्पताल में उस तरह का आधारभूत ढांचा बनाना होता है। वर्तमान में जहां कोविड अस्पताल बनाया गया है, वहां पर सिलिंडर से ही ऑक्सीजन की व्यवस्था है। यहां पर वेंटिलेटर की सुविधा नहीं है। मेडिकल कॉलेज में कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है, जहां पर वेंटिलेटर स्थापित किए जाएंगे।
- डॉ. रमेश चौहान, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज हमीरपुर