शिमला : हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों में शारदीय नवरात्र के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। रविवार को अष्टमी पर शक्तिपीठों में लाखों श्रद्धालुओं ने देवियों के दर्शन किए। मां ज्वाला का मंदिर 24 घंटे खुला रहा जबकि मां नयनादेवी के कपाट रात दो बजे ही खुल गए थे। नयनादेवी में रिकॉर्ड सबसे ज्यादा एक लाख श्रद्धालुओं ने हाजिरी भरी। चामुंडा, ज्वालाजी और बज्रेश्वरी तीनों मंदिरों में करीब 72 हजार श्रद्धालु पहुंचे। चिंतपूर्णी में करीब 8 हजार और नाहन के बाला सुंदरी मंदिर में 20 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका।
अष्टमी के दिन सबसे ज्यादा भीड़ ज्वालामुखी मंदिर में 40 हजार के करीब दर्ज की गई, जबकि दूसरे स्थान पर बज्रेश्वरी मंदिर में 15 से 20 हजार के करीब श्रद्धालु नतमस्तक हुए। वहीं, चामुंडा मंदिर में अष्टमी के दिन 12 हजार भक्तों ने माथा टेका।
अष्टमी की रात को मां चामुंडा का नशीत पूजन हुआ और पुराना सिंदूर निकालकर नया सिंदूर चरणों में अर्पित किया गया। वहीं, 12 बजे मां को 108 प्रकार की देसी घी के बने व्यंजनों का भोग अर्पित किया। चिंतपूर्णी में दुर्गाष्टमी पर करीब सात हजार श्रद्धालुओं ने शीश नवाकर अपने जीवन में सुख-समृद्धि की कामना की। पिछले वर्ष की तुलना में श्रद्धालुओं की संख्या कम रही।