हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग में हुए पेपर लीक मामले के बाद इसकी भीतरी व्यवस्था पर अब मुकम्मल तौर पर सवाल उठ रहे हैं। यहां के सिस्टम में कई तरह की खामियां हैं। जिसकी वजह से एक बार फिर यह आयोग भ्रष्टाचार की सुर्खियों में आया है। JOA IT के पोस्टकोड 675 के जिस पेपर लीक मामले में आयोग की कारगुजारी ने सुर्खियां बटोरी हैं। उसमें अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी बताई जा रही है। जिनमें एक महिला कर्मचारी सहित चार और लोग शामिल हैं। आरोपी महिला के घर से जादू-टोने का सामान भी पुलिस ने बरामद किया है।
हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की भर्ती परीक्षाओं के पेपर बेचने वाले गिरोह में 31 वर्षीय संजीव कुमार दलाल का काम करता था। उसने हमीरपुर शहर में अपना टाइपिंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट और कोचिंग सेंटर भी चला रखा था। इस दौरान क्लर्क भर्ती की तैयारी करने वाले युवा जब उसके कोचिंग सेंटर में आते तो वह उनसे प्रश्नपत्र के बदले पैसों की डील करता। डील पक्की होने के बाद वह कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय शाखा में तैनात वरिष्ठ सहायक ऊमा आजाद के घर ले जाता।
यहां पर पैसे वसूलने के बाद वह अभ्यर्थियों को भर्ती परीक्षाओं के प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाते थे। विजिलेंस की पूछताछ में यह बात सामने आई है। शुक्रवार को भी संजीव कुमार ने दो अभ्यर्थियों से डील पक्की होने के बाद ढाई लाख रुपये में एक अभ्यर्थी को प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाने की बात कही थी। लेकिन एक अभ्यर्थी ने विजिलेंस में इसकी सूचना दे दी। इसके बाद विजिलेंस ने इस गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए जाल बिछाया और उसमें कामयाबी भी मिली।
जल्दी से और शार्टकट तरीके से और अधिक पैसे कमाने के लालच ने वरिष्ठ सहायक ऊमा आजाद को जेल पहुंचा दिया। हैरानी की बात यह है कि एक जनवरी को ऊमा आजाद ने अधीक्षक के पद पर पदोन्नत होना था। लेकिन उससे पहले ही वह विजिलेंस के राडार में आ गई। आयोग के वरिष्ठ सहायक के सलाखों के पीछे पहुंचने के बाद विजिलेंस की अगली कार्रवाई अब चयन आयोग के सचिव समेत अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भी शुरू होने वाली है। जेओए पेपर बेचने के मामले में आयोग के सचिव और गोपनीय शाखा समेत परीक्षा शाखा में तैनात अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ होने वाली है।
विजिलेंस को शक है कि इस मामले में ऊमा आजाद के अलावा अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। क्योंकि गोपनीय शाखा पर सचिव का पूरा नियंत्रण होता है।
आयोग के चेयरमैन डॉ. संजय ठाकुर ने कहा कि जेओए आईटी की रविवार को होने वाली परीक्षा रद्द कर दी गई है। अब नए सिरे से इस भर्ती के लिए प्रश्नपत्रों की प्रिंटिंग होगी। वहीं, बर्फबारी का समय आ रहा है। ऐसे में मौसम को ध्यान में रखते हुए ही जेओए आईटी भर्ती परीक्षा की आगामी तिथि तय होगी। उन्होंने कहा कि अभी आयोग को FIR की कॉपी नहीं मिली है इसके मिलते ही संबंधित आरोपी महिला को सस्पेंड किया जाएगा।
छानबीन में इस बात का भी पता चला है कि आरोपी महिला JOA IT के एक अन्य मामले में भी संदेह के दायरे में है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग बताया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि उसमें भी पेपर निकाले जाने के मामले की छानबीन हो जाए तो महिला उसमें संलिप्त पाई जाएगी। इसकी भी जांच शुरू हो रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस मामले पर भी आयोग की भीतरी व्यवस्था में पहले से ही चर्चा थी। लेकिन इसे लेकर जांच करवाने और एक्शन लेने की भूमिका किसी ने भी नहीं निभाई। इसी वजह से अब यह भंडाफोड़ हुआ है।