Punjab News: सुखबीर बादल बोले- कांग्रेस से नहीं मिलते विचार लेकिन राहुल गांधी पर एक्शन लोकतंत्र का कत्ल, पढ़ें पूरी खबर और क्या बोले सुखवीर सिंह बादल..
चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर एक्शन लोकतंत्र का कत्ल है। कांग्रेस से उनके विचार नहीं मिलते। कांग्रेस ने पंजाबियों पर कई जुल्म किए हैं, बावजूद इसके राहुल गांधी पर की गई कार्रवाई लोकतंत्र के खिलाफ है। इससे जनता में गलत संदेश गया है। सुखबीर बादल अपनी पत्नी सांसद हरसिमरत कौर बादल के साथ रविवार को श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंचे थे। बादल परिवार की ओर से परिवार की सुखशांति के लिए श्री अखंड पाठ साहिब के पाठ की शृंखला श्री हरमंदिर साहिब में शुरू की गई है। जिनके पाठ के भोग में वह हिस्सा लेने पहुंचे थे।
सुखबीर बादल ने कहा कि ऑपरेशन अमृतपाल के दौरान भगवंत मान सरकार द्वारा पकड़े गए पंजाब के युवाओं के लगभग 100 परिवारों ने कानूनी मदद के लिए अकाली दल की कानूनी टीम से संपर्क किया है। करीब 50 युवाओं को छुड़ाया भी गया है। मलोट, अजनाला, बरनाला और बाबा बकाला से युवाओं को छुड़वाया गया है। सुखबीर बादल ने कहा कि अगर किसी ने कोई पोस्ट भी साझा की है तो उसे भी अंदर डाला जा रहा है। इस समय माहौल शांत बनाने की जरूरत है। पंजाब पहले ही बहुत बड़े दुख से निकल कर आया है लेकिन बीते छह साल से ऐसा लग रहा है... जैसे पंजाब फिर पीछे की ओर जा रहा है।
भगवंत मान को सरकार चलाना नहीं आ रहा
सुखबीर बादल ने कहा कि भगवंत मान को सरकार चलाना नहीं आ रहा। स्टेज पर परफॉर्मेंस देना और सरकार चलाना अलग-अलग बाते हैं। आम आदमी पार्टी को लगता है कि सरकार बना ली और अब कुछ करने की जरूरत नहीं है। इनके विधायक भी कोई परवाह नहीं करते। फसल खराब होने के बाद मैं प्रदेश में कई स्थानों का दौरा कर चुका हूं लेकिन एक भी आप विधायक किसानों से नहीं मिला।
50 हजार रुपये प्रति एकड़ मिले मुआवजा
सुखबीर बादल ने कहा कि बीते दिनों पंजाब में तूफान और बवंडर से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। किसानों की 50 से 60 प्रतिशत फसल खराब हो गई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान को कम से कम 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देना चाहिए। पहले भी नरमे और धान की फसल खराब हो चुकी है। उनका मुआवजा भी नहीं मिला। भगवंत मान घोषणा कर देते हैं लेकिन पैसे किसानों को नहीं मिलते हैं। सुखबीर ने कहा कि किसानों के पास अब पैसे नहीं हैं। मुआवजे के बाद ही वे अपनी अगली फसल बीज सकेंगे। सरकार को केंद्र से बात करके इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करके फंड लाना चाहिए।