आज का राशिफल 15 नवंबर 2025: ग्रहों की चाल से बदलेगा आपका दिन, जानें सभी 12 राशियों का विस्तृत भविष्यफल       जीएसएसएस करयाली में वार्षिक पारितोषिक एवं बाल दिवस समारोह धूमधाम से आयोजित, मुख्य अतिथि हरि कृष्ण हिमराल ने छात्रों को किया सम्मानित       सोने की कीमतों को क्या होने वाला है ? 2026 के अनुमान ने बाजार में मचाई सनसनी - 10 ग्राम का भाव तोड़ेगा सभी रिकॉर्ड, आखिर क्यों चढ़ रहे हैं सोने के दाम ? पढ़ें पूरी रिपोर्ट       आज का राशिफल: 14 नवंबर 2025; 12 राशियों का विस्तृत दैनिक भविष्यफल पढ़ें       शिमला लक्कड़ बाजार में हरे पेड़ों की कटान पर भड़की जनता, प्रशासन और वन विभाग पर गंभीर सवाल—पढ़ें पूरी खबर.       नगर निगम कर्मियों से बदसलूकी बर्दाश्त नहीं: पुलिस में शिकायत दर्ज - अतिक्रमण रोकना कोर्ट की अवहेलना - मेयर सुरेंद्र चौहान       आज का राशिफल: जानें 12 राशियों का पूरा भविष्यफल, करियर, स्वास्थ्य और संबंधों पर सटीक भविष्यवाणी       हिमाचल में भाजपा पाँच गुटों में बंटी - CM सुक्खू बोले, “भाजपा ने लोकतंत्र और जनभावनाओं को खरीदने की कोशिश की” - पढ़ें पूरी खबर..       आज 12 नवंबर 2025: सोना-चांदी के भाव में हल्की तेजी, जानिए आपके शहर में कितने पहुंच गए दाम -       आज का राशिफ़ल: 12 नवम्बर 2025; इन राशियों की चमकेगी किस्मत, बढ़ेगा मान-सम्मान और धनलाभ के योग मजबूत, पढ़ें आज का राशिफ़ल      

हिमाचल

हिमाचल में अयोग्य विधायकों को पेंशन नहीं! सुक्खू सरकार ने विधानसभा में पास किया भतें एवं पेंशन संशोधन विधेयक, दलबदलुओं की पेंशन खत्म करने वाला पहला राज्य बना हिमाचल, पढ़ें पूरी खबर..

September 04, 2024 05:07 PM

हिमाचल प्रदेश में अब विधायकों को पार्टी बदलने का निर्णय लेना आसान नहीं होगा। विधानसभा में भतें एवं पेंशन संशोधन विधेयक पास हो गया है, जिसमें दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य ठहराए गए विधायकों की पेंशन रोकने का प्रस्ताव रखा गया था। इस विधेयक को पारित होने के बाद अब मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास भेजा जाएगा, पढ़ें पूरी खबर..

शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बुधवार को अयोग्य विधायकों की पेंशन बंद करने वाला संशोधन विधेयक पास हो गया। अब इसे राज्यपाल की मंजूरी को भेजा जाएगा। राज्यपाल की हरी झंडी के बाद यह कानून का रूप लेगा। इस तरह का प्रावधान करने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य बन जाएगा। इससे संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत अयोग्य घोषित होने वाले विधायक पेंशन के हकदार नहीं रहेंगे।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने बीते मंगलवार को दल-बदल को हतोत्साहित करने की मंशा से सदन में विधानसभा सदस्यों के भत्ते एवं पेंशन अधिनियम 1971 में संशोधन का प्रस्ताव लाया था। सदन में आज इस पर विस्तृत चर्चा हुई। विपक्ष ने इसे बदले की भावना से लाया गया संशोधन बताते हुए वापस लेने या फिर सिलेक्ट कमेटी को भेजने की बात कही।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा, भविष्य में दल-बदल रोकने व साफ-सुथरी राजनीति के लिए ऐसा करना जरूरी है। उन्होंने कहा, इस संशोधन में कोई द्वेष भावना नहीं है। स्व. राजीव गांधी ने जब दलगत राजनीति रोकने के लिए जो दल-बदल कानून बनाया था, हम उसे आगे बढ़ा रहे हैं। सशक्त लोकतंत्र और राजनीति में पारदर्शिता के लिए सभी को इसका समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कहा, जो कांग्रेस छोड़कर गए हैं, वह अब आपके साथ धोखा करेंगे।

BJP विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि इस संशोधन का कोई भी औचित्य नहीं है। बदले की भावना से कानून नहीं बदले जाते। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से विधायक क्यों नाराज है, इस पर उन्हें आत्म चिंतन करना चाहिए। अगर अभी भी इसी भावना से काम करेंगे तो ठीक हीं है। इसलिए सरकार इस संशोधन को वापस लें।

राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा, दल बदल रोकने की बात इस बिल में की गई है। जो दल बदलू होते हैं, उनको भविष्य में सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि इन्होंने चुनी हुई सरकार को गिराने का काम किया है। जिन लोगों ने यह उल्लंघन किया है, वह इसके हकदार नहीं है। इनकी वजह से हिमाचल में विकास प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा कि जिसने पार्टी से गद्दारी की है, वह गद्दार है।

प्रतिशोध की भावना से लाया गया संशोधन: जयराम

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, हम राजनीतिक क्षेत्र में है। जो हो गया है वह हो गया। हमें आगे बढ़ने की सोच रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बिल में प्रतिशोध की भावना है। इस पर दल बदल का विषय कहां से आया है। अगर राज्यसभा में वोट किसी और को दिया है तो उसमें सदस्यता कहां जाती है। व्हिप के उल्लंघन पर इनकी सदस्यता गई है। दल-बदल के तहत कार्रवाई नहीं हुई है। इसलिए इस बिल को वापस लिया जाना चाहिए।

इन्होंने पार्टी व्हिप का किया था उलंघन

बता दें कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 6 पूर्व विधायकों ने क्रॉस वोट किया था। इससे सत्तारूढ़ कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी राज्यसभा चुनाव हार गए और बीजेपी के हर्ष महाजन चुनाव जीते। क्रॉस वोट के बाद इन पर पार्टी व्हिप के उलंघन के आरोप लगे। इसकी सुनवाई के बाद स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें संविधान के अनुसूची-10 के तहत अयोग्य घोषित किया।

चैतन्य-भुट्टो पहली बार चुने गए थे, इसलिए पेंशन बंद

कांग्रेस के 6 बागियों में चैतन्य शर्मा और देवेंद्र भुट्टो पहली बार विधायक बने थे। अयोग्य घोषित होने के बाद सरकार इनकी पेंशन बंद करने की तैयारी है। इसी तरह धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल की दिसंबर 2022 से मई 2024 तक की पेंशन कट जाएगी। वहीं सुजानपुर से पूर्व विधायक राजेंद्र राणा और लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर की इस टर्म की पेंशन भी रुक जाएगी। पेंशन के अधिकार से वंचित होने के बाद इनके द्वारा ली गई रकम की भी रिकवरी होगी।

Have something to say? Post your comment

हिमाचल में और

जीएसएसएस करयाली में वार्षिक पारितोषिक एवं बाल दिवस समारोह धूमधाम से आयोजित, मुख्य अतिथि हरि कृष्ण हिमराल ने छात्रों को किया सम्मानित

शिमला लक्कड़ बाजार में हरे पेड़ों की कटान पर भड़की जनता, प्रशासन और वन विभाग पर गंभीर सवाल—पढ़ें पूरी खबर.

नगर निगम कर्मियों से बदसलूकी बर्दाश्त नहीं: पुलिस में शिकायत दर्ज - अतिक्रमण रोकना कोर्ट की अवहेलना - मेयर सुरेंद्र चौहान

हिमाचल में भाजपा पाँच गुटों में बंटी - CM सुक्खू बोले, “भाजपा ने लोकतंत्र और जनभावनाओं को खरीदने की कोशिश की” - पढ़ें पूरी खबर..

शिमला में जनवादी महिला समिति का प्रदर्शन, महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर सरकार को घेरा - पढ़ें पूरी खबर

शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा में नहीं बरती जाएगी कोताही : विधानसभा अध्यक्ष ने विस भवन तथा परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिए निर्देश - पढ़ें पूरी खबर..

शिमला में सड़क किनारे मिला युवक का शव, पुराने बस स्टैंड क्षेत्र में मची सनसनी — पुलिस ने शुरू की जांच, पढ़े पूरी खबर..

वर्ल्ड कप विजेता रेणुका सिंह ठाकुर हिमाचल पहुंचीं; शिमला में उमड़ा जनसैलाब, ढोल-नगाड़ों संग मां हाटेश्वरी के किए दर्शन - पढ़ें पूरी खबर ..

दर्दनाक वारदात : आपसी झगड़े में पति ने की पत्नी की हत्या, चार साल की बच्ची के पास मिली लाश; आरोपी फरार - पढ़ें पूरी खबर..

भाजपा विधायक के घर पहुंची पुलिस, नहीं मिले हंसराज, मोबाइल बंद, जांच तेज, गिरफ्तारी की संभावना पर सस्पेंस - पढ़ें पूरी खबर