पुस्तकें वह दीपक है, जो ज्ञान की रोशनी से पूरे संसार को प्रकाशित करती है। पुस्तकें केवल जानकारी का स्रोत नहीं होतीं है, बल्कि वे चरित्र निर्माण और नवाचार को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण माध्यम भी हैं। आज राजकीय उच्च विद्यालय लड़ोग में भव्य पुस्तक मेला और विज्ञान प्रदर्शनी का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में पढ़ने की आदत विकसित करना, वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना था। पढ़ें विस्तार से..
अर्की: (HD News); राजकीय उच्च विद्यालय लड़ोग में पुस् तक मेले और विज्ञान प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के छात्रों, अभिभावकों और स्थानीय समुदाय ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में पढ़ने की आदत विकसित करना, वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना था।
इस अवसर पर उच्च एवं प्राथमिक विद्यालय के एसएमसी प्रधान बंती तनवर, संतोष कुमारी, विद्यालय एडॉप्टर श्यामलाल चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता रमेश कुमार व एसएमसी के सभी सदस्य तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मेले में साहित्य, विज्ञान, प्रेरणादायक कहानियों, सामान्य ज्ञान, राजनीति और व्यावसायिक शिक्षा से संबंधित हिंदी और अंग्रेजी की पुस्तकों का समृद्ध संग्रह प्रस्तुत किया गया।

पुस्तकालय प्रभारी एवं संस्कृत अध्यापक भूपेंद्र कुमार ने इस अवसर पर कहा कि "विद्यालय में पुस्तकालय होने से छात्रों में पढ़ने की रुचि बढ़ती है। पाठ्यक्रम से अतिरिक्त पुस्तकें पढ़ने से उनका व्यक्तित्व विकास होता है और सामान्य ज्ञान, सामाजिक चेतना, राजनीतिक जागरूकता और व्यावसायिक ज्ञान में भी वृद्धि होती है।
"उन्होंने छात्रों और अभिभावकों को पुस्तकालय का अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। इस आयोजन के तहत विद्यालय में विज्ञान प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने विभिन्न वैज्ञानिक मॉडल और उपकरणों के प्रयोग का प्रदर्शन किया।
विद्यालय के विज्ञान शिक्षिका सरोज कुमारी ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी प्रदर्शनियों से छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ती है और वे व्यावहारिक रूप से नए प्रयोग करने के लिए प्रेरित होते हैं।"
विद्यालय प्रधानाचार्या मनोरमा चड्ढा ने छात्रों की सराहना करते हुए कहा, "यह विज्ञान प्रदर्शनी छात्रों की रचनात्मकता को निखारने और नवाचार को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगी।
"विद्यालय की प्रधानाचार्या मनोरमा चड्ढा ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए एसएमसी प्रधान, विद्यालय एडॉप्टर, अभिभावकों और शिक्षकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बच्चों को पुस्तकालय का अधिक से अधिक उपयोग करने और वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर प्राथमिक विद्यालय लड़ोग के मुख्य शिक्षक अरुण शर्मा सहित उच्च विद्यालय के अध्यापक यशपाल वर्मा, सरोज कुमारी, पवन कुमार, सुभाष चंद, राकेश कुमार तथा गैर-शिक्षक कर्मचारी रमेश कुमार, बबली देवी, सरोज कुमारी, सीमा देवी, बंती देवी आदि ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और छात्रों को इस अवसर का भरपूर लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
ज्ञान और नवाचार के दीप जलाने की पहल विद्यालय प्रशासन का मानना है कि ऐसे पुस्तक मेले और विज्ञान प्रदर्शनियां छात्रों में पढ़ने की आदत डालने, उनकी बौद्धिक क्षमताओं को बढ़ाने, वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।इस पहल से छात्रों को प्रेरणा मिलेगी कि वे नियमित रूप से पुस्तकालय का उपयोग करें, वैज्ञानिक सोच अपनाएं और अपने ज्ञान को निरंतर बढ़ाते रहें।

