हिमाचल प्रदेश की जनता के लिए एक और महंगाई का झटका। प्रदेश सरकार ने न्यूनतम बस किराए में बढ़ोतरी के कुछ ही दिनों बाद अब लंबी दूरी के किराए में भी 15 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है। परिवहन विभाग द्वारा जारी नई अधिसूचना के अनुसार अब आम यात्रियों को साधारण बसों में सफर करने के लिए पहले से अधिक किराया चुकाना होगा। यह निर्णय राज्य भर के लाखों दैनिक यात्रियों की जेब पर सीधा असर डालेगा।
शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश की जनता को एक और आर्थिक झटका देते हुए बस किराए में बढ़ोतरी कर दी है। न्यूनतम किराए में वृद्धि के कुछ दिनों बाद अब लंबी दूरी की यात्रा पर भी यात्रियों को अधिक भुगतान करना होगा। परिवहन विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है और नई दरें प्रभावी कर दी गई हैं।

सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार अब लंबी दूरी की बस यात्रा पर 15 प्रतिशत तक किराया बढ़ा दिया गया है। इससे खासकर उन लोगों को दिक्कत होगी जो नौकरी, व्यापार या अन्य कार्यों के लिए रोजाना या नियमित रूप से लंबी दूरी की यात्रा करते हैं।
यह नई दरें पहले की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत अधिक हैं। पहले जहां पहाड़ी क्षेत्रों में किराया करीब 2.20 रुपये प्रति किलोमीटर था, वहीं अब यह 2.50 रुपये हो गया है। इसी तरह मैदानी क्षेत्रों में पहले का किराया करीब 1.40 रुपये प्रति किलोमीटर था, जो अब 1.60 रुपये कर दिया गया है।
नई किराया दरें इस प्रकार हैं:
मैदानी क्षेत्रों में: अब प्रति किलोमीटर किराया 1.60 रुपये होगा।
पहाड़ी क्षेत्रों में: अब प्रति किलोमीटर किराया 2.50 रुपये निर्धारित किया गया है।

जनता में नाराजगी
इस निर्णय के बाद आम जनता में नाराजगी देखने को मिल रही है। लोग पहले ही महंगाई की मार झेल रहे हैं और अब परिवहन खर्च में बढ़ोतरी से उनका बजट और बिगड़ जाएगा। छात्रों, कर्मचारियों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों पर इसका सीधा असर पड़ने की संभावना है।
सरकार का पक्ष
परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ईंधन की कीमतों और रख-रखाव खर्च में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। उनका यह भी कहना है कि हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में परिवहन सुविधाओं को सुचारु बनाए रखने के लिए यह जरूरी हो गया था।
विपक्ष ने जताया विरोध
विपक्षी दलों ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए कहा है कि सरकार लगातार आम जनता पर बोझ डाल रही है। उन्होंने इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की है।