हिमाचल प्रदेश में इन दिनों तेज़ गर्मी का कहर जारी है, और इसी से राहत पाने के लिए लोग नदी-नालों और खड्डों का रुख कर रहे हैं। लेकिन यह राहत कब एक भयावह हादसे में बदल जाए, इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल है। ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा चंबा जिले के ओडरा खड्ड में सामने आया, जहाँ नहाने उतरे दो युवक गहरे पानी की चपेट में आ गए। एक युवक का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि दूसरा अभी भी लापता बताया जा रहा है। पढ़े पूरी खबर..
चंबा: (HD News); हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में गर्मी से राहत पाने की कोशिश दो युवकों के लिए जानलेवा साबित हुई। मंगला के पास ओडरा खड्ड में नहाने उतरे युवकों में से दो युवक पानी की गहराई का शिकार हो गए। इस दर्दनाक हादसे में एक युवक का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि दूसरे की तलाश अभी भी जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना दो दिन पहले की है जब चुराह क्षेत्र से 10-12 युवक ओडरा खड्ड में नहाने पहुंचे थे। इनमें से चांजू गांव के दो युवक नीतेश पुत्र प्रकाशो निवासी चरड़ा और वीरेंद्र उर्फ अंकू निवासी मंगला पानी की गहराई का अंदाज़ा न लगा सके और झरने के नीचे गहरे पानी में डूब गए।

प्रत्यक्षदर्शी युवक ने बताया कि वीरेंद्र पहले गहरे पानी की ओर गया और डूबने लगा। उसे बचाने के लिए नीतेश भी पानी में कूदा, लेकिन वह भी डूबने लगा। उन्होंने वीरेंद्र का हाथ पकड़ने की कोशिश की, लेकिन घबराहट में उसका हाथ छूट गया और देखते ही देखते दोनों ग़ायब हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस टीम सुल्तानपुर चौकी से मौके पर पहुंची। राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया और काफी मशक्कत के बाद नीतेश का शव खड्ड से निकाला गया। वीरेंद्र की तलाश गुरुवार सुबह दोबारा शुरू की गई है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
नीतेश चंबा कॉलेज का अंतिम वर्ष का छात्र था और भद्रम में किराये के मकान में रह रहा था। वीरेंद्र अपने पिता को मेडिकल कॉलेज चेकअप के लिए लाया था और बाद में दोस्तों के साथ खड्ड में नहाने चला गया था।
एसपी चंबा अभिषेक यादव ने घटना की पुष्टि करते हुए युवाओं से अपील की है कि नदी-नालों और खड्डों में नहाते समय सतर्कता बरतें और अनजान जगहों पर जाने से बचें।
यह हादसा एक बार फिर चेतावनी देता है कि प्रकृति की खूबसूरती के पीछे खतरों की अनदेखी न की जाए। चंद पल की लापरवाही जीवनभर का पछतावा बन सकती है। प्रशासन और समाज की ज़िम्मेदारी है कि युवाओं को जागरूक करें और खतरनाक जल क्षेत्रों में जाने से रोका जाए।
हिमदर्शन परिवार की ओर से सभी पाठकों से विनम्र अनुरोध है कि इस भीषण गर्मी के मौसम में नदी-नालों, खड्डों और झरनों की ओर न जाएं। भीषण गर्मी से राहत पाने की तलाश में उठाया गया एक गलत कदम आपके जीवन के लिए घातक साबित हो सकता है। प्राकृतिक जल स्रोतों में गहराई और बहाव का अंदाज़ा लगाना कठिन होता है, जो कभी-कभी जानलेवा हो सकता है। अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। गर्मी से राहत पाने के लिए सुरक्षित विकल्प चुनें। आपकी सतर्कता ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है।
📌 डिस्क्लेमर: उपरोक्त खबर में दी गई जानकारी विश्वसनीय सूत्रों एवं मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। "himdarshan.com" इस समाचार में वर्णित किसी भी तथ्य की आधिकारिक पुष्टि नहीं करता। यह समाचार केवल पाठकों की सूचना हेतु प्रकाशित किया गया है।