शिमला (HD News): 15 जून को आयोजित हुई हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा को लेकर सोशल मीडिया पर फैल रही "नकल" की अफवाहों पर HPPSC (हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग) ने बड़ा और सख्त बयान जारी किया है। आयोग ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे गैर-जिम्मेदाराना और भ्रामक प्रचार करार दिया है।
HPPSC ने साफ कहा है कि यह परीक्षा पूरी पारदर्शिता, सुरक्षा मानकों और जिला प्रशासन की देखरेख में सफलतापूर्वक आयोजित की गई थी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कुछ वीडियो और पोस्ट की गंभीरता से जांच की जा रही है, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की नकल या अनुचित साधनों के इस्तेमाल का कोई सबूत नहीं मिला है।

✔ सीसीटीवी फुटेज से साफ़ है सच.!
आयोग ने बताया कि जिन परीक्षा केंद्रों पर नकल के आरोप लगाए गए थे, वहां की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग, केंद्र अधीक्षकों की रिपोर्ट और पर्यवेक्षण अधिकारियों की रिपोर्ट की गहनता से समीक्षा की गई है। लेकिन न कहीं कोई अनियमितता मिली, न कोई संदिग्ध गतिविधि।
अफवाह फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई!
HPPSC ने दो टूक कहा है कि सोशल मीडिया पर झूठी और अपुष्ट जानकारी फैलाने वालों की पहचान की जा रही है और उन पर जल्द कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आयोग ने ऐसे तत्वों को चेतावनी दी है कि इस तरह के दुष्प्रचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जनता से अपील:
आयोग ने राज्य की जनता और अभ्यर्थियों से अपील की है कि HPPSC की पारदर्शिता, निष्पक्षता और जवाबदेही पर विश्वास बनाए रखें। अगर किसी अभ्यर्थी को परीक्षा से संबंधित कोई वास्तविक शिकायत है, तो वह प्रत्यक्ष रूप से आयोग से संपर्क करें। हर शिकायत की पारदर्शी व निष्पक्ष जांच की जाएगी।
यह खबर साफ संकेत देती है कि HPPSC अब अफवाहबाजों पर सख्त रुख अपनाने को तैयार है। यदि आप भी किसी झूठे प्रचार का हिस्सा बनेंगे, तो अगली कार्रवाई आपके खिलाफ हो सकती है। विश्वास रखें, व्यवस्था जवाबदेह है – लेकिन झूठ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा!