प्रदेश के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित अस्पताल आईजीएमसी शिमला में स्वास्थ्य व्यवस्था की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल खड़ा कर देने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है। अस्पताल परिसर के भीतर मरीजों से खून के नमूने लेने के नाम पर एक महिला द्वारा खुद को लैब टेक्नीशियन बताकर फर्जी तरीके से सैंपल कलेक्ट करने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। शिकायतें सामने आते ही आईजीएमसी प्रशासन हरकत में आया और मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पुलिस चौकी लक्कड़ बाजार में शिकायत दर्ज करवाई गई। यह घटना न सिर्फ अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था में चूक को दर्शाती है बल्कि मरीजों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर भी गंभीर खतरा उत्पन्न करती है।
शिमला: (HD News); राज्य के प्रमुख अस्पताल IGMC में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। जानकारी के मुताबिक, एक महिला बिना किसी अधिकृत पहचान पत्र या पेशेवर प्रमाणपत्र के अस्पताल परिसर में प्रवेश कर मरीजों से खून के नमूने एकत्र कर रही थी। वह खुद को IGMC लैब की ओर से भेजी गई टेक्नीशियन बताकर विभिन्न वार्डों और इमरजेंसी में पहुंच रही थी। इस दौरान मरीजों ने उसके व्यवहार को अशोभनीय और परेशान करने वाला बताया, जिसके बाद मामले की शिकायतें अस्पताल प्रशासन तक पहुंचीं।

संदेह गहरा होने पर मेडिकल अधीक्षक के पी.ए. ने स्वयं मरीज बनकर महिला से संपर्क किया और उसकी भूमिका की पड़ताल की। जब उससे पहचान पत्र और अनुमति संबंधी दस्तावेज मांगे गए तो वह कोई भी अधिकृत प्रमाण पेश नहीं कर सकी। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह पहले एक निजी लैब से जुड़ी रही है और उसी की ओर से सैंपल लेने का दावा किया। इतना ही नहीं, उसने एक अन्य व्यक्ति का भी उल्लेख किया जो इस काम में उसके साथ शामिल बताया गया है।

IGMC प्रशासन ने इस मामले को अत्यंत गंभीर माना है क्योंकि बिना अनुमति अस्पताल परिसर में सैंपल संग्रह करना मरीजों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है। मामले की संपूर्ण जानकारी और शिकायत IGMC के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. राहुल राव द्वारा पुलिस चौकी लक्कड़ बाजार को सौंप दी गई है। पुलिस ने अब जांच शुरू कर दी है और उचित कार्रवाई की प्रक्रिया में है।
आईजीएमसी में सामने आया यह फर्जीवाड़ा स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा और संवेदनशीलता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। बिना अनुमति अस्पताल परिसर में घूमकर खुद को लैब टेक्नीशियन बताना न केवल नियमों का उल्लंघन है बल्कि मरीजों की जान से भी खिलवाड़ है। प्रशासन की सतर्कता से मामला सामने आया और अब पुलिस जांच आगे बढ़ेगी। जिम्मेदार व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की उम्मीद है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

📌 डिस्क्लेमर (Disclaimer) - यह खबरअस्पताल प्रशासन द्वारा दर्ज शिकायत और प्रारंभिक जांच पर आधारित है। पुलिस जांच जारी है, इसलिए अंतिम निष्कर्ष आने तक किसी भी व्यक्ति की दोषसिद्धि या निर्दोषता के बारे में निश्चित टिप्पणी करना उचित नहीं है। घटना से संबंधित आगे की जानकारी आधिकारिक स्रोतों द्वारा पुष्टि किए जाने पर ही स्पष्ट होगी।