शिमला (के.सी ठाकुर)किसान कानूनों के विरोध में राजीव ग़ांधी पंचायती राज संगठन ने शिमला से धर्मशाला तक पदयात्रा की है। संगठन ने तीनों कानूनों को किसान विरोधी व पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाला बताया है।
गांधी पंचायती राज संगठन के अध्यक्ष दीपक राठौर ने कहा कि संगठन की 28 दिसम्बर से शिमला से शुरू हुई पद यात्रा 12 दिनों तक चली। कृषि कानून के विरोध में शिमला से धर्मशाला तक 315 किलोमीटर की पदयात्रा किसान बचाओ पंचायती राज को मजबूत बनाओ के तहत की गई। जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानो को नही मिलेगा तबतक किसानों को कोई लाभ नही होगा।
कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग के तहत किसानों को कोर्ट में जाने का कोई अधिकार नही होगा। जब भी कोई विवाद उतपन्न होगा तो किसान केवल एसडीएम के पास ही शिकायत कर सकता है जिससे न्याय की सम्भावना कम हो जाएगी। पूंजीपतियों को कॉन्ट्रेक्ट मिलने के बाद छोटे आढ़तियों को मंडी से बाहर कर दिया जाएगा जिससे पूंजीपतियों की मनमानी बढ़ जाएगी।
फसल बीमा योजना के 5 साल बाद भी आज धरातल पर किसानों को कोई लाभ नही मिल रहा है। बीमा कम्पनियो ने कितने किसानों को लाभान्वित किया इसके आंकड़े सार्वजनिक किए जाने चाहिए। राठौर ने कहा कि कोर्ट ने कानूनों पर रोक लगा दी है। चार सदस्यीय कमेटी बनाने के बाद भी सरकार की मनसा स्पष्ट नही हो रही है।