कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते हिमाचल सरकार द्वारा लागू की गई बंदिशों (कोरोना गाइडलाइन) की लोग जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं। हालत यह है कि प्रतिबंध के बावजूद लोग अपने घरों में सामूहिक भोज का आयोजन कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला ऊना जिला मुख्यालय से सटे कोटला खुर्द गांव में सामने आया है। जहां सरकार के नियमों को ताक पर रखकर सामूहिक भोज का आयोजन किया गया।
मामला सामने आने पर प्रशासन और मीडिया की टीमें मौके की तरफ निकल पड़ी। आयोजन स्थल पर उन्हें आता देख आयोजकों ने सामूहिक भोज में जुटे मेहमानों को आनन-फानन में वहां से भगाना शुरू कर दिया। हालांकि मौके पर जिला प्रशासन द्वारा गठित फ्लाइंग स्क्वायड का दस्ता भी पहुंचा था लेकिन वो यहां मात्र औपचारिकताएं करती ही नजर आई। पंचायत प्रधान ने यह दावा किया कि उन्होंने शनिवार की सुबह ही कार्यक्रम के आयोजकों को इस बाबत नोटिस दिया था और उन्हें हिदायत दी गई थी कि वो किसी सामूहिक भोज का आयोजन न करें।
मिली जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय के समीप कोटला खुर्द गांव में शादी समारोह के दौरान सामूहिक भोज का आयोजन किया गया था। राज्य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा कोरोना गाइडलाइन के तहत जारी हालिया आदेशों में एक मई से शादी में केवल मात्र 20 लोग ही शामिल हो सकते हैं। जबकि सामूहिक भोज पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। इसके बावजूद यहां शादी समारोह में न सिर्फ लोगों की भीड़ उमड़ी बल्कि सामूहिक भोज का भी आयोजन किया गया। हैरानी की बात तब हुई जब मौके पर पहुंची फ्लाइंग स्क्वायड के दस्ते ने भी आयोजकों के खिलाफ कोई कार्रवाई न करते हुए मात्र औपचारिकता ही निभाई।
हालांकि जब शादी समारोह में मीडिया पहुंची तो आयोजनकर्ताओं ने सामूहिक भोज में बुलाए हुए मेहमानों को वहां से भगाना शुरू कर दिया। यही नहीं, सामूहिक भोज में मेहमानों को सर्विस देने के लिए 10 से 15 वेटरों को भी बुलवाया गया था।
मौके पर पहुंचे फ्लाइंग स्क्वायड के सदस्य राजिंद्र कौशल ने कहा कि जिला प्रशासन के आदेशों के मुताबिक एक मई से सामूहिक भोज के आयोजन पर प्रतिबंध लागू किया जाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि यहां कार्यक्रम में केवल 20 लोग ही मौजूद थे।