प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के तहत किसानों को राहत की बड़ी सौगात मिली है। केंद्र सरकार ने 20वीं किस्त जारी कर दी है, जिसके तहत देशभर के 9 करोड़ 70 लाख किसानों के बैंक खातों में ₹2000-₹2000 की राशि सीधे ट्रांसफर की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से कुल ₹20, 500 करोड़ रुपये की राशि जारी की और इसके साथ ही कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। पढ़ें पूरी खबर.
वाराणसी/नई दिल्ली, 2 अगस्त 2025; प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के तहत केंद्र सरकार ने 20वीं किस्त जारी कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी से डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (DBT) के जरिए देशभर के 9 करोड़ 70 लाख किसानों के बैंक खातों में ₹2000-₹2000 की राशि ट्रांसफर की। इस मौके पर पीएम मोदी ने कुल ₹20, 500 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी की, जो किसानों को हर चार महीने में दी जाने वाली आर्थिक मदद का हिस्सा है।

किसानों को अब तक मिला 3.90 लाख करोड़ से अधिक
पीएम किसान योजना की शुरुआत से अब तक किसानों के खातों में 3.90 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि सीधे हस्तांतरित की जा चुकी है। यह योजना खेती-किसानी से जुड़े खर्चों को पूरा करने और किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए चलाई जा रही है।
वाराणसी में विकास परियोजनाओं का लोकार्पण
योजना की 20वीं किस्त जारी करने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश में लगभग ₹2200 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया। इनमें बुनियादी ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, शहरी विकास और सांस्कृतिक विरासत से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री का वाराणसी का 51वां दौरा है।
PM Kisan Beneficiary Status ऐसे चेक करें
यदि आपने भी पीएम किसान योजना में पंजीकरण कराया है और जानना चाहते हैं कि आपका नाम लाभार्थी सूची में है या नहीं, तो इन आसान चरणों का पालन करें —
1. पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
2. ‘Farmers Corner’ सेक्शन में जाएं और ‘Beneficiary Status’ पर क्लिक करें।
3. अपना आधार नंबर या बैंक खाता नंबर दर्ज करें।
4. पेमेंट स्टेटस और हिस्ट्री चेक करें, साथ ही एलिजिबिलिटी भी वेरिफाई करें।
पीएम किसान योजना देश के किसानों के लिए आर्थिक सहारा साबित हो रही है। अब तक 3.90 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि सीधे किसानों को हस्तांतरित की जा चुकी है। यह योजना न सिर्फ किसानों की खेती-किसानी से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने में मदद कर रही है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बना रही है।