हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारियों ने आज कुलपति कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने वेतन में लगातार हो रही देरी पर नाराज़गी जताते हुए प्रदेश सरकार पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। संघ ने चेतावनी दी है कि समस्या का समाधान न होने पर आंदोलन तेज किया जाएगा। पढ़ें विस्तार..
शिमला, 5 अगस्त 2025 (HD News); हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ एवं गैर-शिक्षक संघ ने आज कुलपति कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में विश्वविद्यालय के लगभग सभी शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय कर्मचारियों को समय पर वेतन न मिलने पर कड़ा रोष व्यक्त किया और प्रदेश सरकार पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया।
संघ के प्रतिनिधियों का कहना है कि पिछले कुछ समय से विश्वविद्यालय कर्मचारियों के वेतन में हर महीने देरी की जा रही है। इस कारण आज कर्मचारियों ने पूरे दिन कक्षाओं का बहिष्कार किया और कुलपति कार्यालय के बाहर नारेबाजी की।

संघ के अध्यक्ष ने कहा, “ऐसा पहली बार हो रहा है कि प्रदेश के सभी सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन जारी हो गया, लेकिन विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को अभी तक वेतन नहीं मिला है। यह अफसरशाही की ढिलाई का नतीजा है। सरकार अपने खर्चों में कोई कमी नहीं कर रही, लेकिन कर्मचारियों के वेतन के लिए फंड की कमी का बहाना बना रही है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आने वाले समय में इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकाला गया, तो आंदोलन जारी रहेगा।
CAS प्रमोशन और भत्तों का भी मुद्दा उठा
प्रदर्शन में शिक्षकों ने यह भी आरोप लगाया कि 2022 के बाद से किसी भी शिक्षक को CAS (Career Advancement Scheme) प्रमोशन नहीं मिला है, जबकि यह विश्वविद्यालय की शैक्षणिक श्रेष्ठता पर सीधा असर डाल रहा है। इसके अलावा 13% महंगाई भत्ता (DA) भी अभी तक लंबित है और 2016 UGC वेतनमान का एरियर मिलने की भी कोई संभावना नहीं दिख रही।
संघ ने कहा कि सरकार एक ओर शोध कार्य और विश्वविद्यालय को देश में नंबर-1 बनाने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर शिक्षकों और कर्मचारियों की बुनियादी जरूरतें तक पूरी नहीं हो पा रही हैं।
भविष्य में आंदोलन तेज करने की चेतावनी
संघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने तुरंत कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो आने वाले समय में शिक्षक और कर्मचारी भूख हड़ताल पर भी जा सकते हैं।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शिक्षक और कर्मचारी समय पर वेतन, लंबित प्रमोशन और भत्तों की मांग को लेकर लामबंद हैं। संघ ने साफ किया है कि जब तक स्थायी समाधान नहीं निकलता, आंदोलन जारी रहेगा और आवश्यकता पड़ी तो भूख हड़ताल का भी सहारा लिया जाएगा।
