अर्की: (HD News); मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को सोलन जिले के अर्की विधानसभा क्षेत्र से प्रदेश सरकार की बहुप्रतीक्षित दूध प्रोत्साहन योजना और परिवहन अनुदान योजना की औपचारिक शुरुआत की। इस अवसर पर उन्होंने 8000 से अधिक पशुपालक किसानों को 3.04 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता डीबीटी के माध्यम से वितरित की और कहा कि सरकार किसानों से किए सभी वादे पूरे कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 68.42 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।

दाड़लाघाट में आयोजित विशाल जनसभा में मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने किसानों और पशुपालकों से जो वायदे किए थे, उन्हें पूरा करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है।
उन्होंने बताया कि दूध प्रोत्साहन योजना के तहत सोलन जिले की गौ अमृत समिति पपलोटा और अमृत धारा समिति दाड़लाघाट, तथा बिलासपुर जिले की कामधेनु और केहलूर दूध समिति से जुड़े किसानों को जुलाई और अगस्त माह का 1.45 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से वितरित किया गया है।
इसके अलावा इन समितियों को 3 रुपये प्रति लीटर की दर से 1.59 करोड़ रुपये परिवहन अनुदान के रूप में दिए गए। पहले यह अनुदान 1.50 रुपये प्रति लीटर था, जिसे दोगुना कर दिया गया है। इन योजनाओं से पशुपालक किसानों को हर वर्ष लगभग 18.24 करोड़ रुपये का सीधा लाभ मिलेगा।

किसानों को मिलेगा सीधा लाभ, SMS अलर्ट के साथ पारदर्शिता
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि दूध प्रोत्साहन योजना के तहत पंजीकृत निजी दुग्ध समितियों से जुड़े किसानों को 3 रुपये प्रति लीटर की प्रोत्साहन राशि सीधे बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी।किसान को भुगतान की जानकारी तुरंत SMS अलर्ट के माध्यम से दी जाएगी। इसके लिए एनआईसी द्वारा विशेष डिजिटल पोर्टल तैयार किया गया है, जिससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और तेज होगी।

राज्य में 320 नई दूध समितियों का गठन
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार का लक्ष्य प्रत्येक ग्राम पंचायत में दूध सहकारी समिति बनाना है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन और डेयरी को आर्थिक सहारा मिल सके। जून 2025 से शुरू इस अभियान के तहत अब तक 320 नई दूध समितियों का गठन किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां दूध प्रसंघ के माध्यम से गाय का दूध ₹51 प्रति लीटर और भैंस का दूध ₹61 प्रति लीटर दर पर खरीदा जा रहा है।

राजीव गांधी वन संवर्धन और अन्य योजनाओं के लाभ वितरित
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी वन संवर्धन योजना के तहत अर्की क्षेत्र के 8 स्वयं सहायता समूहों को 28.80 लाख रुपये वितरित किए। इसके अतिरिक्त, कामधेनु हितकारी मंच नम्होल के 10 प्रगतिशील दूध उत्पादकों को 34.20 लाख रुपये प्रदान किए गए।
इस अवसर पर उन्होंने ट्रक ऑपरेटरों की सुविधा के लिए मोबाइल ऐप भी लॉन्च की।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था सशक्त बनाने की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए ठोस कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि “आज का दिन हिमाचल के पशुपालकों के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि सरकार ने अपने वायदे निभाए हैं और उन्हें वास्तविक लाभ पहुंचाने की दिशा में ठोस शुरुआत की है।”

विधायक संजय अवस्थी ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि अर्की को इस योजना की शुरुआत के लिए चुना जाना क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व में किसानों और बागवानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने दी 68.42 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात
अर्की प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री सुक्खू ने 68.42 करोड़ रुपये लागत की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं क्षेत्र के समग्र और संतुलित विकास में मील का पत्थर साबित होंगी।
उन्होंने निम्नलिखित परियोजनाओं का लोकार्पण किया:
₹23.01 लाख की लागत से निर्मित वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मझयाट का परीक्षा हॉल
₹3.72 करोड़ से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बथालंग भवन का दूसरा चरण
₹45.90 लाख की लागत से कृषि विस्तार कार्यालय
₹2.23 करोड़ से निर्मित उप-कोषागार भवन दाड़लाघाट
₹4.89 करोड़ की लागत से नव निर्मित पुलिस स्टेशन दाड़लाघाट भवन
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने नाबार्ड परियोजनाओं के तहत ₹7.78 करोड़ की लागत से मझयाट–पट्टी देवरा–पपलऊ सड़क, ₹1.35 करोड़ की पेयजल योजनाओं के सुधार कार्य, और ₹24.48 करोड़ रुपये की गम्भर खड्ड उठाऊ पेयजल योजना का शुभारंभ किया।
उन्होंने ₹18.50 करोड़ रुपये की लागत से अर्की नगर के पेयजल योजना सुधार कार्य, ₹2.32 करोड़ रुपये की लागत से ग्राम पंचायत सरैयांज व मटेरनी की जल वितरण प्रणाली, और ₹1.88 करोड़ रुपये की लागत से उप-मंडल पुलिस अधिकारी कार्यालय सह-आवासीय भवन की नींव रखी।
विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि ये सभी परियोजनाएं मुख्यमंत्री की क्षेत्र के विकास के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाती हैं।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का अर्की दौरा किसानों, पशुपालकों और स्थानीय नागरिकों के लिए ऐतिहासिक और लाभकारी साबित हुआ है। जहां दूध प्रोत्साहन और परिवहन अनुदान योजनाएं किसानों की आय में वृद्धि करेंगी, वहीं 68.42 करोड़ की विकास परियोजनाएं क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाएंगी।
