हिमाचल में अक्टूबर की शुरुआत बर्फ, बारिश और ठंडी हवाओं की दस्तक के साथ हुई है। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में सीजन की पहली बर्फबारी ने पहाड़ों को सफेद चादर में लपेट दिया है, जबकि कुल्लू घाटी में झमाझम बारिश ने तापमान को एक झटके में नीचे गिरा दिया। उधर, धौलाधार की चोटियों पर भी पहली बार हिमपात हुआ है, जिससे समूचा प्रदेश शीतल लहर की गिरफ्त में आ गया है। मौसम विभाग ने 8 अक्तूबर तक खराब मौसम और ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। पढ़ें विस्तार से -
शिमला (HD News): हिमाचल प्रदेश में अक्टूबर की शुरुआत के साथ ही मौसम ने करवट ले ली है। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है, जिससे समूची घाटी बर्फ की सफेद चादर में लिपट गई। वहीं, कुल्लू घाटी में झमाझम बारिश ने तापमान में भारी गिरावट दर्ज कराई है। उधर, कांगड़ा की धौलाधार पर्वत श्रृंखला पर भी पहली बार बर्फ गिरी है, जिससे पूरे प्रदेश में ठंड ने दस्तक दे दी है।

रविवार सुबह से कुल्लू घाटी में लगातार बारिश का दौर जारी है, जबकि लाहौल घाटी में ताजा हिमपात के कारण तापमान में भारी गिरावट आई है। रोहतांग दर्रा, बारालाचा ला और कोकसर जैसे ऊंचे इलाकों में बर्फबारी के चलते रोहतांग मार्ग बंद कर दिया गया है। घाटी में सर्द हवाओं के चलते लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं।
कांगड़ा जिले में भी धौलाधार की चोटियां बर्फ से ढक गईं, जिससे निचले इलाकों में ठंडक बढ़ गई है। धर्मशाला में रविवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पूरे क्षेत्र में ठंडी हवाओं का असर महसूस किया गया और लोग सुबह-शाम गर्म कपड़ों में नजर आए।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हिमाचल में 8 अक्तूबर तक मौसम खराब बना रहेगा। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी खींचकर यह प्रणाली प्रदेश में सक्रिय हो गई है। इसके चलते 5 से 7 अक्तूबर के बीच बारिश और ऊपरी इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
6 अक्तूबर को प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान गरज के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है। वहीं 8 अक्तूबर तक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी जारी रह सकती है। मौसम विभाग ने कई जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

5 अक्तूबर से ऊना, बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और लाहौल-स्पीति में भारी बारिश का येलो अलर्ट है।
6 अक्तूबर को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सिरमौर और लाहौल-स्पीति में ऑरेंज अलर्ट, जबकि किन्नौर, ऊना और हमीरपुर में येलो अलर्ट रहेगा।
7 अक्तूबर को ऊना, चंबा और कांगड़ा जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट और शिमला में 5 से 7 अक्तूबर तक अंधड़ की चेतावनी दी गई है।

मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दिनों में न्यूनतम तापमान में 4 से 6 डिग्री और अधिकतम तापमान में 5 से 9 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। ऊपरी हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी से जहां पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की आमद बढ़ सकती है, वहीं किसानों और बागवानों के लिए यह मौसम चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।
अक्टूबर की शुरुआत ने हिमाचल में शीत ऋतु की आहट दे दी है। लाहौल-स्पीति से लेकर धौलाधार की चोटियों तक बर्फबारी ने पूरे प्रदेश को सर्द हवाओं की चपेट में ला दिया है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले मौसम की जानकारी लें और ऊंचाई वाले इलाकों में अनावश्यक यात्रा से बचें। विभाग का अनुमान है कि 9 अक्तूबर से मौसम साफ होने लगेगा और प्रदेश में धीरे-धीरे हालात सामान्य हो जाएंगे।
