हिमाचल कैबिनेट के बड़े फैसले: 500 पशु मित्रों की भर्ती, मानदेय बढ़ा, हर पंचायत में आपदा यूनिट, HPTDC कार्यालय धर्मशाला शिफ्ट , पढ़ें पूरी खबर       राष्ट्र मण्डल सम्मेलन 2025: राष्ट्र मण्डल सम्मेलन से पहले कुलदीप पठानियां पहुंचे तपोवन, व्यवस्थाओं का किया निरीक्षण, संभाली मेजबानी की जिम्मेदारी, पढ़ें पूरी खबर..       शनिवार का राशिफल: 28 जून 2025; 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन ? पढ़ें मेष से मीन तक का राशिफल..       शिमला में बड़ा हादसा : ब्रेक फेल होने से बस दीवार से टकराई निजी बस, तीन घायल, पढ़ें पूरी खबर..       धर्मशाला के तपोवन में रचेगा इतिहास: पहली बार आयोजित होगा राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ सम्मेलन, पढ़ें पूरी खबर..       आज का राशिफ़ल: 27 जून 2025; जानें 12 राशियों का राशिफ़ल.       श्री रघुनाथ मंदिर, इंजनघर संजौली में 28 जून से रासलीला महोत्सव, भक्तों को आमंत्रण, पढ़ें पूरी ख़बर       शुक्र का वृषभ राशि में गोचर: किन राशियों के लिए शुभ, जानिए शुक्र गोचर में शुभ फल पाने के उपाय..       हिमाचल में बारिश का कहर: बादल फटे, 9 से ज्यादा लोग लापता, 2 के शव बरामद, 2000 से अधिक टूरिस्ट फंसे, पढ़ें पूरी खबर       गुरुवार का राशिफ़ल: 26 जून 2025; आज के दिन इन 5 राशियों की आय में होगी बढ़ोतरी, मिलेगी बड़ी कामयाबी, पढ़ें आज का राशिफल....      

धर्म/संस्कृति

आज बुधवार से नवरात्रि शुरू, जानें- कलश स्थापना की सही विधि, मुहूर्त व समय

March 25, 2020 08:30 AM

भारतीय नववर्ष के प्रथम दिन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से प्रारंभ होने वाला वासंतिक नवरात्रि इस बार 25 मार्च को प्रारंभ हो रहा है जो दो अप्रैल रामनवमी तक चलेगा। नवरात्रि व्रत पारन तीन अप्रैल को किया जाएगा। नवरात्रि इस बार नौ दिनों का होगा। मां पराम्बा का आगमन इस बार नौका पर और गमन हाथी पर हो रहा है, दोनों का फल शुभ है। 

कलश स्थापन

काशी के ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार घट स्थापन के लिए प्रात: काल का समय विशेष शुभ माना जाता है। प्रात: 5.58 से 09 बजे तक जो लोग कलश स्थापन न कर सकें, उनके लिए अभिजीत मुहूर्त सुबह 11.36 से 12.25 तक शुभ रहेगा। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि 25 मार्च को दिन में 3.51 बजे तक रहेगी। इस समय तक कलश स्थापन अवश्य कर लेना चाहिए।

ये हैं मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना की तिथि

25 मार्च, प्रतिपदा- बैठकी या नवरात्रि का पहला दिन- घट/ कलश स्थापना- शैलपुत्री

26 मार्च, द्वितीया- नवरात्रि 2 दिन तृतीय- ब्रह्मचारिणी पूजा

27 मार्च, तृतीया- नवरात्रि का तीसरा दिन- चंद्रघंटा पूजा

28 मार्च, चतुर्थी- नवरात्रि का चौथा दिन- कुष्मांडा पूजा

29 मार्च, पंचमी- नवरात्रि का 5वां दिन- सरस्वती पूजा, स्कंदमाता पूजा

30 मार्च, षष्ठी- नवरात्रि का छठा दिन- कात्यायनी पूजा

31 मार्च, सप्तमी- नवरात्रि का सातवां दिन- कालरात्रि, सरस्वती पूजा

1 अप्रैल, अष्टमी- नवरात्रि का आठवां दिन-महागौरी, दुर्गा अष्टमी , नवमी पूजन

2 अप्रैल, नवमी- नवरात्रि का नौवां दिन- नवमी हवन, नवरात्रि पारण

महानिशा पूजा

शास्त्र अनुसार महानिशा पूजा सप्तमी युक्त अष्टमी या मध्य रात्रि में निशीथ व्यापिनी अष्टमी में होनी चाहिए, जो 31 मार्च-1 अप्रैल की रात मिलेगी। महानिशा पूजन इसी दिन किया जाएगा। महाअष्टमी व्रत एक अप्रैल को किया जाएगा। चैत्र शुक्ल नवमी दो अप्रैल को मध्याह्न में व्याप्त होने से उसी तिथि को श्रीरामनवमी मनाई जाएगी।

पूजन विधान

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि में प्रात: नित्य कर्मादि-स्नादि कर संकल्पित हो ब्रह्मा जी का आह्वान करना चाहिए। आगमन, पाद्य, अर्घ्य, आचमन, स्नान, वस्त्र, यज्ञोपवीत, गंध, अक्षत-पुष्प, धूप-दीप, नैवेद्य-तांबूल, नमस्कार-पुष्पांजलि एवं प्रार्थना आदि उपचारों से पूजन करना चाहिए। नवीन पंचांग से नव वर्ष के राजा, मंत्री, सेनाध्यक्ष, धनाधीप, धान्याधीप, दुर्गाधीप, संवत्वर निवास और फलाधीप आदि का फल श्रवण करना चाहिए। निवास स्थान को ध्वजा-पताका, तोरण-बंदनवार आदि से सुशोभित करना चाहिए।

विज्ञापन

देवी पूजन के निमित्त तय स्थल को सुसज्जित कर गणपति व मातृका पूजन कर घट स्थापना करना चाहिए। इसके लिए लकड़ी के पटरे पर पानी में गेरू घोल कर नौ देवियों की आकृति बना कर नौ देवियों अथवा सिंह वाहिनी दुर्गा का चित्र या प्रतिमा पटरे पर या इसके पास रखनी चाहिए। पीली मिट्टी की एक डली व एक कलावा लपेट कर उसे गणेश स्वरूप में कलश पर विराजमान कराने के साथ ही घट के पास गेहूं या जौ का पात्र रखकर वरुण पूजन और भगवती का आह्वान करना चाहिए।

Have something to say? Post your comment

धर्म/संस्कृति में और

श्री रघुनाथ मंदिर, इंजनघर संजौली में 28 जून से रासलीला महोत्सव, भक्तों को आमंत्रण, पढ़ें पूरी ख़बर

मां भगवती के जयकारों से गूंजेगा सरयांज: 20 जून को होगा विशाल जागरण, अधिक से अधिक संख्या में पधारकर माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त करें..

आज ज्येष्ठ का पहला बड़ा मंगल: जब संकटमोचन ने पहली बार प्रभु राम के दर्शन किए, ज्येष्ठ में पहली बार हुआ था राम-हनुमान मिलन..

जाखू मंदिर में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, हनुमान जन्मोत्सव पर सुबह सुबह कपाट खुलते ही भक्तों की लगी लंबी-लम्बी कतारें, पढ़ें पूरी खबर..

महाशिवरात्रि 2025: महाशिवरात्रि है आज, जानें 4 पहर के पूजन मुहूर्त, मंत्र और पूजन विधि, पढ़ें विस्तार से..

गुरु मार्गी 2025: गुरु ग्रह की बदली चाल, जानिए सभी 12 राशियों पर कैसा होगा असर, पढ़ें पूरी खबर..

मौनी अमावस्या 2025: कब है मौनी अमावस्या, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और स्नान-दान का महत्व..

आज का राशिफ़ल : 30 दिसंबर; 2024; इन 5 राशि वालों को मिलेंगी शुभ सूचनाएं, जानें मेष से मीन का तक का राशिफल

प्रभु दर्शन के लिए मर्यादित वस्त्र पहनकर आएं श्रद्धालु, वरना नहीं मिलेगी एंट्री, शिमला के इस ऐतिहासिक मंदिर में लगाए जाएंगे अपील बोर्ड, पढ़ें पूरी खबर..

गुरु नानक जयंती 2024: गुरु नानक जयंती को क्यों कहते हैं प्रकाश पर्व ? जान लें सिख धर्म के संस्थापक की वो प्रमुख शिक्षाएं जो आज भी हैं प्रासंगिक, पढ़ें विस्तार से ..