शिमला: शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शुक्रवार को विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में कम संख्या वाले स्कूलों को मर्ज करने का फैसला लिया गया। शिक्षा मंत्री ने विभाग को 5 व 10 से कम संख्या वाले स्कूलों की सूची बनाने को कहा है। अधिकारियों को मामले पर जल्द रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजने के आदेश दिए गए हैं।

बताया जा रहा है कि इस मामले पर वित्त आयोग से भी सरकार को आदेश हुए हैं। वित्त आयोग के इसी प्रपोजल पर सरकार आगे काम करेगी, ताकि स्कूलों की संख्या आवश्यकता के अनुसार हो। इसके अलावा स्कूलों से सरप्लस शिक्षकों का युक्तिकरण भी होगा। शिक्षा मंत्री ने स्कूलों से सरप्लस शिक्षकों का डाटा भी तलब किया है।

छात्रों की संख्या के आधार पर ही स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति होगी। बैठक में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग और अटल विद्यालय पर भी चर्चा की गई। शिक्षा सचिव को निर्देश दिए गए कि वे लोक निर्माण विभाग के साथ बैठक करें और जल्द इन स्कूलों के निर्माण कार्य पूरा करवाएं। अब प्रदेश में हर 5 किलोमीटर की दूरी पर एक्सीलैंस स्कूल बनाए जाएं, जहां निजी स्कूलों की तर्ज पर छात्रों को सुविधाएं मिलेंगी। अधिकारियों को इस प्रपोजल तैयार करने को कहा गया।

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि अब स्कूलों में हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। बैठक में शिक्षा मंत्री ने हिमाचल के डाईट केंद्रों और एससीईआरटी को भी और सुदृढ़ करने के आदेश दिए। गुणवत्ता को बढ़ाने के भी आदेश दिए।