हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में प्राकृतिक आपदा का कहर एक बार फिर देखने को मिला है। चुराह उपमंडल के पंगोला नाले में मंगलवार सुबह करीब पांच बजे बादल फटने से नकरोड़-थल्ली मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। तेज जलप्रवाह से मनरेगा के तहत चल रहे कार्य ठप हो गए, वहीं खेतों में खड़ी मक्की की फसल पूरी तरह तबाह हो गई। गांवों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है और स्कूल जाने वाले बच्चों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
चंबा : (HD News); हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में एक बार फिर प्राकृतिक आपदा का कहर टूटा है। चुराह उपमंडल के पंगोला नाले में मंगलवार सुबह करीब 5 बजे बादल फटने से इलाके में भारी तबाही मच गई। बादल फटने से नकरोड़-थल्ली मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे इस रास्ते पर आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। नाले के जलस्तर में अचानक हुई वृद्धि से मनरेगा के तहत चल रहे कार्य भी प्रभावित हुए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में लगी मक्की की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। ग्राम पंचायत गड़फरी और थल्ली में बच्चों को स्कूल तक पहुंचने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि पिछले तीन दिनों में यह चुराह क्षेत्र में दूसरी बार बादल फटने की घटना है।

तहसीलदार आशीष ठाकुर ने जानकारी दी कि पंगोला नाले में अचानक आई बाढ़ से नकरोड़-थल्ली सड़क पर यातायात ठप हो गया है। चंबा जिले के सलूणी और तीसा क्षेत्र में भी दस से अधिक संपर्क मार्ग बारिश के कारण बंद हो चुके हैं।
इधर पठानकोट-भरमौर नेशनल हाईवे पर हरदासपुरा के समीप एक ट्रक नाली में फंस गया, जिससे करीब एक घंटे तक हाईवे पर ट्रैफिक जाम रहा।
प्रदेश के अन्य जिलों में भी मौसम का असर:
ऊना: सुबह मौसम साफ रहा लेकिन दोपहर बाद उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहे।
कांगड़ा: गगल एयरपोर्ट पर खराब मौसम के कारण स्पाइसजेट और इंडिगो की दिल्ली से आने वाली उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।
धर्मशाला: दोपहर बाद ऊपरी इलाकों में बारिश हुई, जबकि मैदानी क्षेत्रों में हल्की धूप और बादल छाए रहे।
कुल्लू-मनाली: कुल्लू में घने बादल छाए रहे जबकि मनाली में दोपहर बाद बारिश हुई। ब्यास और इसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी है।
प्रशासन अलर्ट पर:
राज्य भर में बदले मौसम के मिजाज से सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है। चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और अन्य जिलों में भारी बारिश, बादल फटना और मार्गों के बंद होने से हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों को नदी-नालों से दूर रहने और सतर्क रहने की अपील की है।