हिमाचल प्रदेश विधानसभा का चौदहवीं विधानसभा का नवम मॉनसून सत्र मंगलवार को सफलता की नई मिसाल कायम करते हुए संपन्न हुआ। 18 अगस्त से शुरू होकर 2 सितम्बर तक चले इस सत्र में कुल 12 बैठकें हुईं, जिनकी कार्यवाही लगभग 59 घंटे तक चली। इस दौरान सदन की उत्पादकता 98 प्रतिशत दर्ज की गई, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति सरकार और विपक्ष दोनों की गंभीरता को दर्शाती है। पढ़ें विस्तार से..
शिमला : (HD News); हिमाचल प्रदेश विधानसभा का चौदहवीं विधानसभा का नवम (मॉनसून) सत्र मंगलवार को सफलता और उपलब्धियों की नई इबारत लिखते हुए समाप्त हुआ। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने बताया कि यह सत्र 18 अगस्त से शुरू होकर 02 सितम्बर तक चला, जिसमें कुल 12 बैठकें हुईं और कार्यवाही लगभग 59 घंटे तक चली। इस दौरान सदन की उत्पादकता प्रभावशाली 98 प्रतिशत दर्ज की गई।
सत्र की शुरुआत पूर्व विधायक स्व. गणेश दत्त भरवाल को श्रद्धांजलि अर्पित कर हुई। पूरे सत्र के दौरान सदन में कुल 690 प्रश्नों (509 तारांकित और 181 अतारांकित) के उत्तर सरकार द्वारा दिए गए।

अध्यक्ष ने कहा कि नियम 62 के तहत 12, नियम 63 के तहत 1, नियम 101 के तहत 7, नियम 102 के तहत 1, नियम 130 के तहत 6 और नियम 324 के तहत 12 विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। वहीं, 21 और 28 अगस्त को गैर-सरकारी सदस्य कार्य दिवस के रूप में निर्धारित रहे।
इस सत्र के दौरान 9 सरकारी विधेयक सदन में प्रस्तुत कर पारित किए गए और समितियों की 47 रिपोर्टें भी सदन के पटल पर रखी गईं। शून्यकाल में माननीय सदस्यों ने 43 महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।
सत्र की विशेषता यह रही कि सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों के 1118 विद्यार्थियों ने सदन की कार्यवाही देखी, जो युवाओं की लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति बढ़ती रुचि और आस्था का प्रमाण है।
अध्यक्ष ने पिछले सत्र का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें 15 बैठकें हुई थीं, 73 घंटे तक कार्यवाही चली थी और उसकी उत्पादकता 110 प्रतिशत रही थी।
उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान, उपाध्यक्ष विनय कुमार, विधानसभा सचिवालय के अधिकारी-कर्मचारी, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों, पर्यटन विकास निगम और मीडिया प्रतिनिधियों का आभार जताया। अंत में उन्होंने प्रदेशवासियों को आगामी शारदीय नवरात्रों, दशहरा और दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएँ भी दीं।