भारी बारिश ने राजधानी शिमला के कृष्णानगर वार्ड में हालात बिगाड़ दिए हैं। लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण छह से अधिक रिहायशी मकानों को खतरे की जद में मानते हुए खाली करवाना पड़ा। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है, जबकि आसपास के कई अन्य मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है। पढ़ें पूरी खबर..
शिमला: (HD News); राजधानी शिमला के कृष्णानगर वार्ड में भारी बारिश ने खतरे की स्थिति पैदा कर दी है। क्षेत्र में छह से अधिक रिहायशी मकान भूस्खलन की जद में आ गए हैं। हालात गंभीर होते देख प्रशासन और वार्ड प्रतिनिधियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रभावित घरों को खाली करवा दिया। आसपास के कई अन्य मकानों पर भी बारिश से खतरा मंडरा रहा है।

शिमला में बारिश से बिगड़े हालात, कृष्णानगर में छह घरों को कराया खाली – प्रशासन अलर्ट पर
वार्ड पार्षद विनोद भाटिया ने जानकारी दी कि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। कुछ परिवारों को पास के सामुदायिक भवन में ठहराया गया है, जबकि बाकी लोग अपने रिश्तेदारों के घर चले गए हैं। सभी परिवार अपने घरों से जरूरी सामान निकाल चुके हैं। पार्षद ने बताया कि प्रभावित लोगों के लिए खाने-पीने और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है, ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी न हो।

गंभीर स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इनमें से एक घर तक जाने का रास्ता पूरी तरह टूट चुका है। बीते दिन एक मकान ध्वस्त हो गया था, जबकि बाकी मकान खतरे की जद में हैं। पार्षद का कहना है कि प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद उपलब्ध करवाई जाएगी।
गौरतलब है कि वर्ष 2023 में भी कृष्णानगर में भूस्खलन से बड़ा नुकसान हुआ था। उस दौरान घरों के गिरने से नगर निगम शिमला के भवन तक टूट गए थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि तबाही के बावजूद अब तक क्षेत्र में भूस्खलन रोकने के ठोस इंतजाम नहीं हो पाए हैं। खाई अब इतनी गहरी हो चुकी है कि डंगा लगाने जैसे स्थायी कार्य करना भी मुश्किल हो गया है।
कृष्णानगर वार्ड में बारिश और भूस्खलन ने लोगों की नींद उड़ा दी है। एक मकान पहले ही ध्वस्त हो चुका है और बाकी घर खतरे की जद में हैं। वर्ष 2023 में भी इसी क्षेत्र में तबाही मच चुकी है, लेकिन अब तक स्थायी समाधान नहीं खोजा जा सका। स्थानीय लोग प्रशासन से ठोस कदम उठाने और सुरक्षा इंतजामों को मजबूत करने की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में किसी बड़े हादसे से बचा जा सके।
