भरमौर में आपदा प्रबंधन की कमान संभालने के बाद आठ दिन तक मौके पर डटे रहे प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत नेगी अब शिमला लौट आए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाल लिया गया है और आपदा में केवल 17 लोगों की मौत हुई, वह भी ठंड और ऑक्सीजन की कमी के कारण। मंत्री नेगी ने भ्रामक खबरें फैलाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि बिना तथ्यों की पुष्टि किए अफवाह फैलाना गंभीर अपराध है और सरकार इस पर सख्त कार्रवाई करेगी। पढ़ें विस्तार से -
शिमला (HD News); भरमौर में आपदा की स्थिति से निपटने के लिए लगातार आठ दिन तक मौके पर डटे रहने के बाद प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत नेगी शनिवार को शिमला लौट आए। उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि अब भरमौर की स्थिति सामान्य हो रही है और वहां फंसे सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाल लिया गया है। हालांकि इस आपदा में 17 श्रद्धालुओं की मौत हुई है, लेकिन सरकार और प्रशासन के सामूहिक प्रयासों से स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में ले लिया गया है।
शवों को निकालना सबसे बड़ी चुनौती
नेगी ने बताया कि मृत पाए गए 17 श्रद्धालुओं के शवों को निकालना सबसे कठिन कार्य था। इसके लिए विशेष रूप से 60 सदस्यीय टीम तैनात की गई, जिसने सेना और एनडीआरएफ की मदद से शवों को सुरक्षित चंबा लाकर परिजनों को सौंपा। उन्होंने कहा कि मणिमहेश यात्रा के दौरान इन मौतों का कारण प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि ऑक्सीजन की कमी और ठंड रहा।

सड़क बहाली तीन दिन में
मंत्री नेगी ने कहा कि आपदा से क्षतिग्रस्त सड़कों की बहाली युद्धस्तर पर जारी है और अगले तीन दिनों में सभी मार्ग पूरी तरह खोल दिए जाएंगे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार हर संभव कोशिश कर रही है कि श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
अफवाहों पर कड़ी चेतावनी
आपदा के दौरान सोशल मीडिया और कुछ चैनलों पर चल रही भ्रामक खबरों को लेकर मंत्री ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा—“कुछ लोगों ने यह अफवाह फैलाई कि हजारों लोगों की मौत हो गई है। यह पूरी तरह गलत और गैर-जिम्मेदाराना है। हकीकत यह है कि इस बार मणिमहेश यात्रा के दौरान सिर्फ 17 लोगों की मौत हुई। सरकार बिना तथ्यों की पुष्टि किए अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करेगी।”
भरमौर आपदा अपडेट | भरमौर से लौटे मंत्री जगत नेगी का बड़ा खुलासा - अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई ! देखें वीडियो
श्रद्धालुओं को राहत: निशुल्क टैक्सी सेवा
भरमौर में सड़कें अवरुद्ध होने के बाद टैक्सी चालकों द्वारा श्रद्धालुओं से मनमाना किराया वसूलने की शिकायतों पर मंत्री नेगी ने कहा कि स्थिति का गलत फायदा उठाने वालों पर नजर रखी गई। उन्होंने बताया कि सरकार ने तुरंत निशुल्क टैक्सी सेवा शुरू की ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की अतिरिक्त आर्थिक परेशानी न उठानी पड़े।
नेटवर्क बंदी पर सफाई
भरमौर में नेटवर्क समस्या को लेकर उठे सवालों पर मंत्री नेगी ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार के पास नेटवर्क बंद करने का अधिकार नहीं है। यह निर्णय केवल केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय की अनुमति से ही लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि भरमौर में नेटवर्क बाधित होना पूरी तरह प्राकृतिक आपदा की वजह से था, लेकिन कुछ लोग इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।
सरकार की प्राथमिकता - जनजीवन सामान्य बनाना
राजस्व मंत्री ने कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन को सामान्य करना, राहत कार्यों को तेजी से पूरा करना और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने भरोसा जताया कि अगले कुछ दिनों में हालात पूरी तरह सामान्य हो जाएंगे।
भरमौर में आपदा से प्रभावित श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने और स्थिति सामान्य बनाने में सरकार और प्रशासन ने बड़ी भूमिका निभाई। राजस्व मंत्री जगत नेगी का साफ संदेश है कि संकट की घड़ी में अफवाह फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सड़क बहाली, निशुल्क टैक्सी सेवा और त्वरित राहत कार्य इस बात का सबूत हैं कि प्रदेश सरकार आपदा प्रबंधन को लेकर पूरी तरह गंभीर और सक्रिय है।