राजधानी शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में शनिवार को आयोजित “हिम सिने एंड अचीवर्स अवार्ड” समारोह में जिला शिमला की मशहूर एंकर आरती शर्मा को उनके एंकरिंग और मीडिया क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने उन्हें मंच पर सम्मानित कर युवाओं के लिए प्रेरणा का संदेश दिया। पढ़ें विस्तार से..
शिमला: (HD News); राजधानी शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में शनिवार को हिम टीवी एंटरटेनमेंट द्वारा आयोजित “हिम सिने एंड अचीवर्स अवार्ड” समारोह में प्रदेश और देश भर की नामचीन हस्तियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग मंत्री राजेश धर्माणी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
समारोह में विशेष आकर्षण था जिला शिमला के ग्राम पंचायत पाहल के गांव बाग की मशहूर एंकर आरती शर्मा का सम्मान। एंकरिंग और मीडिया क्षेत्र में उनके लगातार योगदान को देखते हुए उन्हें विशेष अतिथि के रूप में मंच पर आमंत्रित कर सम्मानित किया गया। मंत्री धर्माणी ने उनके काम की सराहना करते हुए कहा कि आरती शर्मा की मेहनत और लगन अन्य युवाओं, विशेषकर युवतियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो अपने सपनों को साकार करना चाहती हैं।

आरती शर्मा की प्रतिभा सिर्फ एंकरिंग तक सीमित नहीं है। उन्होंने मॉडलिंग, डांसिंग, एक्टिंग और निर्देशन में भी अपनी बहुमुखी क्षमता का लोहा मनवाया है। उनके व्यक्तित्व और आवाज़ की छाप हर मंच पर दर्शकों के दिलों में गहराई से उतर जाती है। आरती का मानना है कि “ज़िंदगी न मिलेगी दोबारा, इसलिए अपने शौक पूरे करें और अपने जुनून के पीछे पूरी मेहनत के साथ जाएं।”
वर्तमान में आरती शर्मा सिटी चैनल में ब्यूरो चीफ के रूप में कार्यरत हैं और जनता की समस्याओं को सरकार तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उनके इस सफर में उनके पति आईटीबीपी जवान लक्की शर्मा और ससुराल परिवार का भी अनमोल योगदान रहा है। उनके परिवार का समर्थन उनके करियर की सफलता में एक मजबूत आधार बन गया है।
सम्मान ग्रहण करते हुए आरती शर्मा ने अपनी उपलब्धियों का श्रेय माता-पिता, गुरुजन, पति, सास-ससुर और दोस्तों को दिया। उन्होंने इस अवसर पर सभी से अपील की कि लड़कों और लड़कियों में भेदभाव न करें, बेटियों को शिक्षित करें ताकि वे अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझ सकें। साथ ही उन्होंने कहा कि हर माता-पिता को अपनी बच्चियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने सभी से नशे से दूर रहने की भी प्रबल अपील की।
आरती शर्मा की कहानी यह साबित करती है कि कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और परिवार का सहयोग किसी भी सपने को हकीकत में बदल सकता है। उनके प्रयास, बहुमुखी प्रतिभा और समाज के प्रति जागरूक दृष्टिकोण से यह संदेश मिलता है कि युवाओं को अपने लक्ष्य की ओर दृढ़ता से बढ़ना चाहिए, अपने अधिकारों को जानना चाहिए और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में कदम उठाना चाहिए। आरती की कहानी हर लड़की के लिए प्रेरणा है कि कोई भी मुकाम असंभव नहीं, बस हौसला और मेहनत होनी चाहिए।