शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश में पेंशन संकट गहराता जा रहा है। लगभग 8 हजार HRTC पेंशनरों को 26 सितंबर 2025 तक भी पेंशन नहीं मिली है। समय पर पेंशन न मिलने से नाराज़ पेंशनरों ने शिमला में सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और सचिवालय घेराव की चेतावनी दी। पेंशनरों का कहना है कि वृद्धावस्था में उन्हें दवाइयों, रोज़मर्रा के खर्चों और परिवार के निर्वाह में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

"वृद्धावस्था में भी सड़कों पर उतरना पड़ा"
हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन पेंशनर कल्याण संघ के राज्य अध्यक्ष देवराज ठाकुर ने बताया कि पिछले लगभग एक साल से पेंशन समय पर नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि पिछले महीने भी पेंशन 30 तारीख को मिली थी और इस बार 26 तारीख तक कोई जानकारी नहीं है।

2 सालों से मेडिकल बिल लंबित
देवराज ठाकुर ने बड़ा खुलासा किया कि पिछले दो वर्षों से मेडिकल बिलों का भुगतान नहीं हुआ है। इतना ही नहीं, एरियर और डीए का भुगतान भी अटका हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि मार्च 2024 के बाद सेवानिवृत्त हुए HRTC कर्मचारियों को अब तक एक भी रुपया पेंशन नहीं मिला।

"सरकार झूठे आश्वासन दे रही"
ठाकुर ने कहा – “सरकार केवल झूठे आश्वासन देकर मामले को टाल रही है। पेंशनरों के धैर्य की सीमा टूट चुकी है। यदि सरकार ने तुरंत पेंशन जारी नहीं की और आगे के लिए तारीख तय नहीं की, तो हम आंदोलन को और उग्र करेंगे और सचिवालय का घेराव करेंगे।”
HRTC पेंशनरों का गुस्सा अब सड़कों पर फूट पड़ा है। उनका साफ कहना है कि यदि सरकार ने शीघ्र कदम नहीं उठाए तो आंदोलन बड़ा रूप लेगा। पेंशनरों की नाराज़गी ने सरकार की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
