
शिमला: (HD News); हिमाचल प्रदेश में नवरात्रों का पर्व पूरे उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। रविवार को सप्तमी के मौके पर प्रदेशभर के शक्तिपीठों और मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। राजधानी शिमला स्थित ऐतिहासिक कालीबाड़ी मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और भक्तों ने माता के दर्शन कर पूजा-अर्चना की।

शिमला कालीबाड़ी मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब
सप्तम नवरात्र पर शिमला कालीबाड़ी मंदिर विशेष रूप से भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहा। मंदिर प्रांगण में सुबह से ही कतारों में खड़े होकर श्रद्धालुओं ने माता के जयकारों के बीच दर्शन किए। इस दौरान मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन और धार्मिक अनुष्ठान भी हुए। श्रद्धालुओं ने मां काली से परिवार की सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना की।

सप्तमी और माँ कालरात्रि की पूजा
नवरात्र का सातवां दिन माँ दुर्गा के सातवें स्वरूप माँ कालरात्रि को समर्पित होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माँ कालरात्रि भक्तों के सभी भय और कष्टों का नाश करती हैं और उन्हें साहस व शक्ति प्रदान करती हैं। सप्तमी के अवसर पर भक्त विशेष रूप से माँ कालरात्रि की पूजा-अर्चना कर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना करते हैं।

प्रदेशभर में धार्मिक आयोजन
नवरात्र पर्व को लेकर प्रदेशभर के शक्तिपीठों और मंदिरों में भी श्रद्धालुओं का रेला उमड़ रहा है। माता चिंतपूर्णी, ज्वालामुखी, ब्रजेश्वरी देवी कांगड़ा और नैना देवी सहित अन्य मंदिरों में भी भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। जिला प्रशासन और मंदिर समितियों की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।

नवरात्रों के इन पावन दिनों में हिमाचल धार्मिक रंग में रंगा हुआ है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या ने यह साबित कर दिया है कि आस्था और परंपराएं आज भी उतनी ही गहरी हैं। सप्तमी के दिन माँ कालरात्रि के जयकारों और भक्ति से मंदिरों का वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया।
