नई दिल्ली: चीन से दुनियाभर में पैर पसार चुके जानलेवा कोरोना वायरस का असर कारोबार पर भी दिखने लगा है. भारत में जेनेरिक दवाओं की कीमतों में तेजी से इजाफा हो रहा है. लेकिन संकट सिर्फ कीमतों का नहीं है बल्कि जरूरी दवाओं के स्टॉक का भी है. थोक बाजार में कई जरूरी दवाओं की किल्लत हो गई है. इस वजह से दवाइयां महंगी हुई हैं और मास्क की कीमत भी दस गुना तक बढ़ गई हैं.
भारत और चीन के कारोबार में गिरावट की आशंका
साल 2018-19 में भारत और चीन का कारोबार 87 अरब डॉलर का था, जिसमें भारी गिरावट की आशंका है. आयात-निर्यात पर पर पड़ रहे असर को लेकर आज वाणिज्य मंत्रालय की बैठक भी होनी है.
दवाइयों के रेट पहले और अब-
निमेसुलाइड पैरासिटामोल की 200 टैबलेट पहले 80 रुपए की आती थीं, अब 100 रुपए की हैं.
डाइक्लोफिनैक पैरासिटामॉल की 200 टैबलेट पहले 80 रुपए की थीं, अब 95 रुपए की है.
500mg एजिथ्रोमाइसिन की 120 टैबलेट पहले 430 रुपए की, अब 480 की हैं.
ओफ्लोक्सासिन ओड्रिनाजोल की 10 टैबलेट पहले 14 रुपए की अब 18 रुपए की हैं.
बिटामेथाजोन की 1000 टैबलेट पहले 118 रुपए, अब 130 रुपए.
डीजिटल थर्मामीटर पहले 55 रुपए, अब 70 रुपए.
2 प्लाई मास्क पहले 0.90 पैसे, अब 10 रुपए
3 प्लाई मास्क पहले 1.10 रुपए, अब 15 रुपए
कोरोना वायरस से कैसे सावधानी बरतें?
खांसते-छीकते समय मुंह रुमाल-टिश्यू से ढकें.
कोल्ड-फ्लू लक्षण वाले लोगों से दूरी बनाकर रखें.
भीड़भाड़ वाली जगह पर कम जाएं.
सार्वजनिक जगहों पर हाथ मिलाने से बचें.
सब्जी-फल अच्छी तरह धोकर खाएं.