नमक हर भोजन में स्वाद लाता है। लेकिन अत्याधिक नमक के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है जिसके परिणामस्वरूप दिल का दौरा पड़ सकता है।
किसी भी खाने में स्वाद लाने के लिए उसमें नमक की सही मात्रा का होना बेहद अहम है. हमारे शरीर को नमक से सोडियम क्लोराइड मिलता है, जिसे एक सीमा के भीतर भोजन के साथ लेना चाहिए. नमक का अत्यधिक सेवन हाई ब्लड प्रेशर का कारण भी हो सकता है. हाल के एक अध्ययन से पता चला है कि नमक का सेवन आपके दिल के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और नमक का कम सेवन आपको दिल की बीमारियों से बचा सकता है।
एक शोध के मुताबिक व्यक्ति अपने दैनिक भोजन में नमक के सेवन को सीमित करके खुद को दिल के दौरे के खतरे से बचा सकता है. इस अध्ययन के अनुसार, हाई ब्लड हार्ट अटैक के प्रमुख कारणों में से एक है. दैनिक आहार में नमक का सेवन सीमित करने से उच्च रक्तचाप कम हो सकता है जो हमारे हृदय के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा. शोध के मुताबिक नमक का कम सेवन उन सभी लोगों के लिए मददगार है जो हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहे हैं।
रिसर्च में सामने आया है कि नमक का कम सेवन करने से आप भविष्य में दिल की बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं. यदि आप हार्ट अटैक के जोखिम को कम करना चाहते हैं तो आपको डाइट में सही आहार, नमक का कम सेवन करना चाहिए।
ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं। इस खबर का स्रोत सोशल मीडिया है। हिमदर्शन न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता । आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें।
5 प्रकार के होते हैं नमक, जानिए सेहत के लिए कौन सा है सबसे ज्यादा फायदेमंद
नमक किचन का राजा होता है। यह एक एक ऐसा मसाला है जो हर चीज में इस्तेमाल होता है। कुछ लोग कम नमक खाना पसंद करते हैं तो कुछ लोग अधिक नमक खाना पसंद करते हैं। नमक सोडियम का सबसे अच्छा और सीधा स्त्रोत है। सोडियम खाना पचाने के साथ ही हमारे पाचन तंत्र को भी अच्छा रखता है। लेकिन जब लोग सोडियम का अधिक मात्रा में सेवन करने लगते हैं तो ये शरीर को फायदे की जगह नुकसान पहुंचाता है।
हालांकि अपने शुद्ध रूप में नमक सोडियम और क्लोराइड से बना होता है। हमारा शरीर इन तत्वों को अपने आप नहीं बना सकता है, इसलिए हमें इन्हें अपने आहार से प्राप्त करना होता है। सोडियम और क्लोराइड हमारे शरीर की हर कोशिका के अंदर और बाहर मौजूद अन्य खनिजों के साथ तालमेल बनाकर शरीर को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। आज हम आपको बता रहे हैं कि नमक सिर्फ 1 नहीं बल्कि पूरे 5 प्रकार का होता है। आइए जानते हैं कौन सा नमक है हमारी सेहत के लिए सबसे अच्छा।
टेबल सॉल्ट (सादा नमक)
इस नमक में सोडियम की मात्रा सबसे अधिक होती है। टेबल सॉल्ट में आयोडीन भी पर्याप्त मात्रा में होता है, जो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। यदि नमक का सीमित मात्रा में सेवन किया जाए तो यह कई फायदे करता है लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन हमारी हड्डियों को सीधे तौर पर प्रभावित करता है। जिससे हड्डियों कमजोर होने लगती हैं। आजकल के युवा कई तरह के हड्डी रोगों से प्रभावित है। इसका सबसे बड़ा कारण नमक का अधिक सेवन और फास्ट फूड की लत है।
सेंधा नमक
इसे रॉक सॉल्ट, व्रत का नमक और लाहोरी नमक से भी पुकारा जाता है। यह नमक बिना रिफाइन के तैयार किया जाता है। हालांकि इसमें कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की मात्रा सादे नमक की तुलना में काफी ज्यादा होती है। साथ ही यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा होता है। जिन लोगों को हार्ट और किडनी सें संबंधित परेशानियां होती हैं उनके लिए इस नमक का सेवन बहुत फायदेमंद साबित होता है।
काला नमक (ब्लैक सॉल्ट)
काला नमक का सेवन हर तरह के व्यक्ति के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से कब्ज, बदहजमी, पेट दर्द, चक्कर आना, उल्टी आना और जी घबराने जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। गर्मियों के मौसम में डॉक्टर भी नींबू पानी या फिर छाछ के साथ काला नमक का सेवन करने की सलाह देते हैं। आपको बता दें कि काला नमक भले ही सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद है लेकिन इसमें फ्लोराइड मौजूद होता है इसलिए इसके अधिक सेवन से नुकसान होने का खतरा भी रहता है।
लो-सोडियम सॉल्ट
इस नमक को मार्किट में पौटेशियम नमक भी कहा जाता है। हालांकि सादा नमक की तरह इसमें भी सोडियम और पौटेशियम क्लोराइड होते हैं। जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की समस्या होती हैं उन्हें लो सोडियम सॉल्ट का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा हदय रोगी और मधुमेह रोगियों के लिए भी यह नमक फायदेमंद होता है।
सी सॉल्ट
यह नमक वाष्पीकरण के जरिए बनाया जाता है और यह सादा नमक की तरह नमकीन नहीं होता है। सी सॉल्ट का सेवन पेट फूलना, तनाव, सूजन, आंत्र गैस और कब्ज जैसी समस्याओं के वक्त सेवन करने की सलाह दी जाती है।