हिमाचल प्रदेश उत्तर भारत का सबसे चहीता पहाड़ी इलाका है जो ढ़ेर सारी खूबसूरत स्थलों के लिए मशहूर है। पहाड़ों से दिखते सौंदर्य पूर्ण नज़ारे, कितना आकर्षित करते हैं न ? जी चाहता है कि इस दुनिया में ही विलीन हो जाएं। बिल्कुल ऐसे ही नज़ारे जो स्वर्ग जैसी अद्भुत दुनिया की सैर करवाऐंगे, वो सब आपको यहाँ दिखेंगे।
शिमला : हिमाचल प्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में 3 पुरस्कार मिले हैं। बैस्ट एडवैंचर डैस्टीनेशन, मोस्ट सीनिक रोड्स और बैस्ट माऊंटेन डैस्टीनेशन्स श्रेणी में हिमाचल को ये पुरस्कार मिले और देशभर में अव्वल रहा। एक पर्यटन सर्वेक्षण एवं पुरस्कार के अंतर्गत शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश को बैस्ट एडवैंचर डैस्टीनेशन, मोस्ट सीनिक रोड्स तथा बैस्ट माऊंटेन डैस्टीनेशन्स श्रेणी में विजेता पुरस्कार प्रदान किए गए।
अनछुए पर्यटन स्थलों के चरणबद्ध विकास पर बल दे रही सरकार : हर्षवर्धन चौहान
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने नई दिल्ली में आयोजित एक गरिमापूर्ण समारोह में केंद्रीय संस्कृति एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से ये पुरस्कार प्राप्त किए। बैस्ट एडवैंचर डैस्टीनेशन श्रेणी में रिवर राफ्टिंग के लिए कुल्लू, मोस्ट सीनिक रोड्स श्रेणी में शिमला-किन्नौर मार्ग तथा बैस्ट एडवैंचर डैस्टीनेशन श्रेणी में शिमला एवं मनाली को देश के विभिन्न राज्यों में स्वतंत्र एजैंसी द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण व संबंधित समूह द्वारा निर्धारित मानकों पर विस्तृत विचार-विमर्श के उपरांत विजेता घोषित किया गया।
अनछुए पर्यटन स्थलों के चरणबद्ध विकास पर बल दे रही सरकार
इस अवसर पर हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुुक्खू के ऊर्जावान नेतृत्व में प्रदेश सरकार अनछुए पर्यटन स्थलों के चरणबद्ध विकास पर बल दे रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की समृद्ध संस्कृति, पारम्परिक हस्तशिल्प एवं हस्तकलाएं और आतिथ्य सत्कार की विश्वभर में विशिष्ट पहचान है। वर्तमान प्रदेश सरकार हिमाचल की समृद्ध विरासत से पर्यटकों को रू-ब-रू करवानेे के लिए कृतसंकल्प है। राज्य सरकार ने इतिहास, संस्कृति व कला के वैज्ञानिक संवर्द्धन और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए कांगड़ा को ‘पर्यटन राजधानी’ बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंनेे कहा कि इस निर्णय से पर्यटन क्षेत्र के सतत् विकास में सहायता मिलेगी।
प्रदेश में बेहतर हवाई सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में हो रहा काम
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के शिमला और कुल्लू-मनाली जैसे पर्यटन स्थलों पर यातायात दबाव कम करने तथा पर्यटकों को मनभावन हिमाचल में अधिक से अधिक समय तक ठहराव के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार साहसिक, धार्मिक, ग्रामीण एवं सप्ताहांत पर्यटन को प्रोत्साहित कर रही है। पर्यटकों को होम स्टे शृंखला के माध्यम से राज्य के अनछुए प्राकृतिक स्थलों पर समय बिताने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। राज्य में पर्यटकों व स्थानीय निवासियों की सुविधा के लिए विभिन्न अधोसंरचना को सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में बेहतर हवाई सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में योजनाबद्ध कार्य कर रही है। राज्य के पारंपरिक व्यंजनों व हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए खाद्य एवं सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किए जा रहे हैं ताकि पर्यटक भी हिमाचल की विविध संस्कृति एवं हस्तकलाओं से लाभान्वित हो सकें।
'प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण हिमाचल' छुट्टियाँ मनाने के लिए पर्यटकों की एक बहुत ही उम्दा पसंद..
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश उत्तर भारत का सबसे चहीता पहाड़ी इलाका है जो ढ़ेर सारी खूबसूरत स्थलों के लिए मशहूर है। पहाड़ों से दिखते सौंदर्य पूर्ण नज़ारे, कितना आकर्षित करते हैं न ? जी चाहता है कि इस दुनिया में ही विलीन हो जाएं। बिल्कुल ऐसे ही नज़ारे जो स्वर्ग जैसी अद्भुत दुनिया की सैर करवाऐंगे, वो सब आपको यहाँ दिखेंगे। एक शांतिप्रिय सफर जो आपके मन को रोज़मर्रा की चिंता से मुक्त कर देगा। पश्चिमी हिमालय की गोद में बसा यह प्रदेश पहाड़ों व नदियों से घिरा है। हिमाचल रावी, चेनाब, ब्यास, यमुना व सत्लुज जैसी बड़ी नदियों का मूल क्षेत्र है। प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण यह क्षेत्र छुट्टियाँ मनाने के लिए एक बहुत ही उम्दा पसंद है। तो फिर बिना झिझके हिमाचल प्रदेश पर्यटन स्थल के नक्शे को उठाइए और चल पड़िए एक यादगार सफर पर।