हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में सोमवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे ने लोगों को दहला दिया। रामशहर क्षेत्र की लोहारघाट पंचायत के चहलवाना गांव के पास 42 यात्रियों से भरी एक निजी बस अचानक पलट गई। हादसे में 11 महिलाएं घायल हुई हैं, जबकि कई अन्य यात्री बाल-बाल बच गए। घायलों को तुरंत एम्स बिलासपुर पहुंचाया गया, जहां सभी का उपचार जारी है। सौभाग्य से सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

सोलन: (HD News); हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के रामशहर क्षेत्र की लोहारघाट पंचायत के चहलवाना गांव में सोमवार को एक निजी बस के पलटने से बड़ा हादसा हो गया। बस में 42 लोग सवार थे, जिनमें से 11 महिलाएं घायल हुई हैं। हादसे के बाद सभी घायलों को बिलासपुर स्थित एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राहत की बात यह है कि सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार, बिलासपुर जिले की नम्होल तहसील के कोटल गांव से 42 लोग एक निजी बस (नंबर एचपी 67-2854) में सवार होकर चहलवाना गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने आ रहे थे। जब बस गांव के पास पहुंची, तो चालक बस को सड़क के किनारे लगाने का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान बस असंतुलित होकर पलट गई और सड़क किनारे जा गिरी। हादसे के बाद बस के टायर ऊपर की ओर हो गए।
स्थानीय ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया। अधिकांश यात्री खिड़कियों से बाहर निकल आए, जबकि बाकी लोगों को ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाला। मौके पर मौजूद लोगों ने घायलों को निजी वाहनों के माध्यम से तुरंत बिलासपुर स्थित एम्स अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है।

घायल महिलाओं में पिंकी देवी, रामवती पत्नी जगदीश, रमीला देवी पत्नी छोटा राम, जगनी देवी पत्नी दया लाल, राम प्यारी पत्नी सुखदेव, सीमा देवी पत्नी सुच्चा सिंह, मीरा देवी पत्नी कुलदीप, कौशल्या देवी पत्नी प्रेम लाल, कौशल्या देवी पत्नी वासुदेव, निक्की देवी पत्नी जडू राम और सपना देवी पत्नी संजय शामिल हैं। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, सभी की हालत स्थिर है।

एएसपी अशोक वर्मा ने बताया कि घटना के संबंध में बस चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बस को कब्जे में लेकर तकनीकी जांच शुरू कर दी है। अधिकारी ने कहा कि हादसे के सटीक कारणों का पता लगाया जा रहा है।
सोलन जिले का यह हादसा हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर सड़क सुरक्षा की गंभीर स्थिति को उजागर करता है। पहाड़ी सड़कों पर बढ़ती दुर्घटनाओं ने प्रशासन और चालकों दोनों के लिए चेतावनी की घंटी बजा दी है। सौभाग्य से इस बस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन 11 महिलाओं के घायल होने की घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यात्रा के दौरान सतर्कता और वाहन की तकनीकी जांच कितनी आवश्यक है। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और उम्मीद है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
