सोलन : (HD News); हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर शनिवार सुबह एक हादसा होने से बड़ा नुकसान टल गया। दिल्ली नंबर की एक कार चंबाघाट फ्लाईओवर सर्विस लेन पर उस समय पलट गई, जब वाहन चालक को अचानक नींद की झपकी आ गई। हालांकि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, मगर सौभाग्य से उसमें सवार सभी पर्यटक सुरक्षित बताए जा रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्यटकों का एक समूह दिल्ली से शिमला घूमने के लिए निकला था। जैसे ही कार सोलन के चंबाघाट फ्लाईओवर सर्विस लेन के समीप पहुंची, चालक ने वाहन का नियंत्रण खो दिया। बताया जा रहा है कि लगातार सफर के कारण चालक थकान में था और उसे अचानक हल्की नींद आ गई, जिसके चलते कार सड़क किनारे लगे खंभे से जा टकराई।
टक्कर इतनी तेज थी कि कार उछलकर बीच सड़क पर पलट गई। हादसा होते ही आसपास मौजूद स्थानीय लोग और वाहन चालक मौके पर पहुंचे और कार सवारों की मदद की। लोगों ने शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला। कार में सवार यात्रियों को हल्की चोटें आईं, लेकिन कोई गंभीर घायल नहीं हुआ।

सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और स्थिति का जायज़ा लिया। पुलिस ने वाहन को सड़क से हटवाकर मार्ग को सामान्य किया, ताकि यातायात प्रभावित न हो। पुलिस के अनुसार, प्राथमिक तौर पर घटना का कारण चालक को आई नींद की झपकी माना जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मार्ग पर देर रात और सुबह-सुबह थकान की वजह से इस तरह की दुर्घटनाएँ पहले भी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि लंबी दूरी तय करने वाले ड्राइवरों को पहाड़ी क्षेत्रों में प्रवेश से पहले पर्याप्त आराम करना चाहिए।
पुलिस की सलाह: पुलिस ने पर्यटकों और यात्रियों को सलाह दी है कि पहाड़ी इलाकों में वाहन चलाते समय अधिक सतर्क रहें, बीच-बीच में रुककर आराम करें और थकान महसूस होने पर तुरंत वाहन रोक दें।
यह हादसा इस बात की गंभीर याद दिलाता है कि थकान में वाहन चलाना यात्रा को खतरे में डाल सकता है। पहाड़ों में सड़कें संकरी और घुमावदार होती हैं, ऐसे में ध्यान का एक पल भी भटकना बड़ा हादसा बन सकता है। पर्यटकों को लंबी दूरी की यात्राओं के दौरान पर्याप्त विश्राम और सावधानी बरतना जरूरी है, ताकि यात्रा सुरक्षित और सुखद बनी रहे।
डिस्क्लेमर:
उपरोक्त समाचार सोशल मीडिया और स्थानीय स्रोतों पर उपलब्ध जानकारियों पर आधारित है। पुलिस और संबंधित अधिकारियों की जांच अभी जारी है। जांच पूरी होने के बाद तथ्यात्मक स्थिति में परिवर्तन संभव है। पाठकों से अनुरोध है कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचने या कार्रवाई करने से पहले आधिकारिक सूचना और पुष्ट स्रोत की पुष्टि अवश्य करें।