घटना में युवक का धड़ दो टुकड़ों में बंट गया. खास बात यह रही कि दो हिस्सों में बंटने के बाद भी युवक की मौत नहीं हुई. कई घंटों तक पटरियों पर ऐसे ही खून से लथपथ पड़ा रहा. आस से गुजरे लोग भी युवक को दो टुकड़ों में बंटा देख दंग रह गए.
जाको राखे साइयां मार सके न कोई’… यह कहावत हमीरपुर जिले के एक युवक पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है. यहां एक युवक ने दो बार आत्महत्या करने की कोशिश बैक टू बैक नाकाम हो गई. युवक ने पहले फांसी लगाई, लेकिन असफल रहा. उसके बाद चलती ट्रेन के आगे पटरियों पर लेट गया. घटना में युवक का धड़ दो टुकड़ों में बंट गया. खास बात यह रही कि दो हिस्सों में बंटने के बाद भी युवक की मौत नहीं हुई. कई घंटों तक पटरियों पर ऐसे ही खून से लथपथ पड़ा रहा.
आस पास से गुजरे लोग भी युवक को दो टुकड़ों में बंटा देख दंग रह गए. इस दौरान लोगों ने उससे घटना की जानकारी भी ली. राहगीरों ने मामले की सूचना जीआरपी को दी. सूचना पर पहुंची एंबुलेंस घायल युवक को उठाकर मौदहा सामुदायिक अस्पताल भिजवाया, यहां हालत नाजुक देख उसे कानपुर रेफर कर दिया गया. हालांकि, इस दौरान इलाके में घटना चर्चा का विषय बनी रही. पुलिस ने घायल युवक के परिवार को सूचना दी, जिसके बाद युवक की पत्नी रोते-बिलखते अस्पताल पहुंची.
मामला मौदहा कस्बा के फत्तेपुर मोहल्ला का है. यहां के निवासी लल्लू पड़ोसी गांव भरसवा के रहने वाले अपने दोस्त के साथ दिल्ली में मजदूरी करने को गया. बताया जा रहा है कि लल्लू तो अपने घर वापस लौट आया, लेकिन उसका दोस्त नहीं लौटा. जिसके बाद उसके परिवार वालों ने लल्लू के खिलाफ बिवांर थाने में तहरीर दी. बार-बार पुलिस की पूछताछ से लल्लू तनावग्रस्त हो गया. परिवार के मुताबिक, एक दिन लल्लू ने घर में ही पंखे के सहारे फांसी का फंदा लगाने की कोशिश की, लेकिन रस्सी टूटने से असफल रहा.
आत्महत्या करने में एक बार विफल रहा लल्लू दोबारा कोशिश करने हमीरपुर स्टेशन पहुंचा और पटरियों पर जाकर लेट गया. चंद मिनटों बाद आई ट्रेन से उसके दो टुकड़े हो गए. दो हिस्सों में बंटने के बाद भी लल्लू को मौत नसीब नहीं हुई. खून से लथपथ दो हिस्सों में बंटे लल्लू को देख गुजर रहे लोगों ने देखा और जीआरपी को सूचना दी, इस दौरान उसने आत्महत्या करने के पीछे की पूरी वजह लोगों को बयां की.